क्यों बिल्ली बारह वर्ष सूचक पशुओं में नहीं है
स्वर्गिक जेड सम्राट ने बारह पशुओं का क्रम तय करने के लिए बिल्ली को अन्य ग्यारह पशुओं को सूचना देने को भेजा। ग्यारह पशुओं की सूची में चूहे का नाम नहीं था। लेकिन उसने बिल्ली व बैल की बातचीत सुन ली और चुपके से सब से पहले स्वर्ग महल आया। नाम पुकारने के समय जब जेड सम्राट ने देखा कि चूहा सब से पहले पहुंचा है, तो उसने देखा-सुना न कर चूहे को पहले स्थान पर घोषित किया। सब से पहले सूचना मिलने वाला बैल दूसरे स्थान पर बिठाया गया। बिल्ली पशुओं को सूचना देने के बाद जब स्वर्ग महल लौटा, तो बारह सीटें तय की जा चुकी थीं और उसके लिए कोई सीट नहीं रह गयी थी। इसलिए बारह वर्ष सूचक पशुओं में चूहा प्रथम बना, किन्तु बिल्ली को कोई स्थान नहीं मिला था। इस के बाद बिल्ली व चूहे के बीच मनमुटाव पैदा हुआ था। इस समय के बाद बिल्ली जब कभी चूहे को देख लेता है, तो वह अवश्य ही चूहे को धर पकड़ कर खाना चाहता है।