भीतरी तिब्बत की यात्रा
2014-12-29 18:28:15 cri
ग्यानत्से शहर में एक पाएच्वी मन्दिर है। तिब्बती भाषा में पाएच्वी का मतलब "शुभचक्र व महान आनन्द मन्दिर" है। पहले यह मन्दिर बहुत बड़ा था। इसमें भिक्षुओं की संख्या भी ज्यादा थी, क्योंकि बौद्ध धर्म के विभिन्न सम्प्रदायों के अनुयायी इसी मन्दिर में रहते थे। उन्होंने तिब्बत के बौद्ध धर्म के इतिहास पर बड़ा असर डाला और ऊंची प्रतिष्ठा भी प्राप्त की।
पाएच्वी मन्दिर के पास एक अनोखा पाएच्वी पगोडा है, जिसमें मूर्तिकला और चित्रकला की कृतियां हैं। इस नौ मंजिले पगोडा की ऊंचाई 30 मीटर से ज्यादा है। कुल 108 द्वार और 77 भवन है, जिनमें आले व सूत्र कक्ष शामिल हैं। भवनों में एक लाख बुद्ध मूर्तियां हैं। इसलिए पाएच्वी पगोडा "लाख बुद्ध मूर्तियों वाला पगोडा" कहलाता है। देखने में यह पुद्ध मूर्तियों का एक शानदार संग्रहालय मालूम होता है।