क्या आप जानते हैं, चीन का कौन-सा प्रांत अब बन गया है एक विशाल फ्री ट्रेड पोर्ट और ग्लोबल शॉपिंग का पावरहाउस? जवाब है- हाईनान! कभी सिर्फ टूरिस्ट डेस्टिनेशन था, अब बन गया है फ्री ट्रेड पोर्ट और ड्यूटी-फ्री शॉपिंग का स्वर्ग। यहां बुलेट ट्रेन पूरे आइलैंड को कवर करती है, और 988 किमी का शानदार कोस्टल हाइवे आइलैंड के किनारे-किनारे घूमता है। ड्यूटी-फ्री शॉपिंग का मजा तो अलग ही है! आइए जानते हैं, कैसे हाईनान बदल रहा है चीन की अर्थव्यवस्था को।
अमेरिका ने जब से दुनिया के करीब 90 देशों पर टैरिफ यानी आयात पर टैक्स लगाना शुरू किया है, तब से एक महीने से अधिक समय बीत चुके हैं। यद्यपि इसके बीच अमेरिका ने अधिकांश देशों पर लगाई गई ड्यूटी को 3 महीने के लिए स्थगित कर दिया है और टैरिफ दरों को कम भी कर दी है। फिर भी अमेरिका की इस मनमाने कार्रवाइयों ने वैश्विक स्तर पर मुक्त व्यापार को संकट में डाल दिया है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि इससे अमेरिका के ट्रेड इम्बेलेंस को हल नहीं किया जा सकता है। साथ ही इससे दुनिया के बिज़नेस पर असर पड़ेगा और देशों के बीच तनाव बढ़ सकता है। इसी मुद्दे पर बात करने के लिए हमारे साथ जुड़े हैं भारतीय अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक संबंध अनुसंधान परिषद यानी आईसीआरआईईआर में आर्थिक नीति शोधकर्ता, डॉ अर्पिता मुखर्जी से। देखिए, यह ख़ास चर्चा....
मई में जो हुआ, उसने पूरी दुनिया का ध्यान खींचा। अमेरिका और चीन के बीच लंबे समय से चल रही टैरिफ जंग आखिरकार एक समझौते की शक्ल में ढल गई। दोनों देशों ने तय किया है कि वे एक-दूसरे पर लगाए गए भारी-भरकम टैक्स यानी टैरिफ को कम करेंगे और बातचीत का एक स्थायी और ढांचा-बद्ध रास्ता फिर से शुरू करेंगे।
जब हम भारत और चीन के ऐतिहासिक संबंधों की बात करते हैं, तो उनमें सांस्कृतिक, बौद्धिक और दार्शनिक आदान-प्रदान की एक गहरी धारा दिखाई देती है। इस संबंध में अगर किसी एक व्यक्ति ने आधुनिक युग में इन दो प्राचीन सभ्यताओं के बीच संवाद, समझ और सहयोग को फिर से जीवंत किया, तो वह हैं – रविंद्रनाथ टैगोर। वह सिर्फ एक महान कवि, लेखक या नोबेल पुरस्कार विजेता ही नहीं थे, बल्कि भारत और चीन के बीच संवाद का एक जीवंत पुल, एक सांस्कृतिक सेतु थे। हर साल बंगाली महीने 'बोइशाख' की 25 तारीख को देशभर में उनकी जयंती मनाई जाती है। इस बार यह जयंती 9 मई को मनाया जा रहा है। आज इन सभी पर चर्चा करने के लिए हमारे साथ जुड़ गये हैं शांतिनिकेतन में विश्व भारती विश्वविद्यालय में चीना भवन के निदेशक, प्रोफेसर अविजीत बनर्जी। देखिये, यह खास चर्चा......
रवींद्रनाथ टैगोर को साहित्य, संगीत और कला में उनके बेमिसाल योगदान के लिए पूरी दुनिया में सम्मान दिया जाता है। भारत के इस महान कवि, लेखक, चित्रकार, समाज सुधारक और विचारक ने न सिर्फ भारत के सांस्कृतिक और राजनीतिक इतिहास को गहराई से प्रभावित किया, बल्कि पूरी मानवता को एकता और प्रेम का संदेश दिया।
हाल ही में इंडियन यूथ लीडर्स फेडरेशन के दस युवाओं का एक ग्रुप चीन के दौरे पर गया। इस खास दौरे में उन्होंने बीजिंग और थ्येनचिन जैसे बड़े शहरों की सैर की। वहां उन्होंने कई इंस्टिट्यूट्स और ऑर्गनाइजेशन्स का दौरा किया। इतना ही नहीं, उन्होंने न्यू एनर्जी से जुड़े चीनी बिजनेस और कई कम्युनिटीज़ से भी मुलाकात की। इस ग्रुप की लीडर अंजू यादव ने हमें बताया कि ये अनुभव उनके लिए बेहद खास रहा। उनका मानना था कि ये दौरा न सिर्फ भारतीय युवाओं के लिए एक शानदार मौका था, बल्कि दोनों देशों के बीच दोस्ती को और मजबूत करने का भी एक कदम है। देखिए यह खास चर्चा....
इस साल वर्ल्ड सिनेमा का 130वीं वर्षगांठ, चाइनीज़ सिनेमा की 120वीं सालगिरह, और पेइचिंग इंटरनेशनल फ़िल्म फेस्टिवल (BJIFF) का 15वां धमाकेदार एडिशन है। 1895 में ल्यूमियर ब्रदर्स की फ़िल्मी ट्रेन से शुरू हुआ सिनेमा का जादू आज हॉलीवुड, बॉलीवुड, कोरियन, ईरानियन, चाइनीज़ आदि फ़िल्म इंडस्ट्रीज तक फैल चुका है। वहीं, 120 साल का चाइनीज़ सिनेमा इमोशन्स, कल्चर और ग्लैमर का बेजोड़ मिक्स है, जो एक पूरे देश की कला, संस्कृति और सोच का आइना बन चुका है। उधर, 15 साल का पेइचिंग इंटरनेशनल फ़िल्म फेस्टिवल दुनिया भर की फिल्मों, डायरेक्टर्स, एक्टर्स और फिल्म लवर्स को एक साथ लाता रहा है। यहाँ न सिर्फ फिल्में दिखाई जाती हैं, बल्कि नए आइडिया, टेक्नोलॉजी और कोलेबोरेशन की बातें भी होती हैं।
एक बैल राक्षस राजा का मास्क पहने हुए ये शख्स क्या सच में गुस्से में है, या ये बस खाने-पीने की चीज़ें बेचने का तरीका है? देखिए, कैसे उसकी गुस्सैल नजरें और हरकतें उसे हर किसी का ध्यान आकर्षित करने में मदद करती हैं, और साथ में बेच रहे हैं शानदार आईस-टी, जूस, हॉट-डॉग और भी बहुत कुछ!
क्या आपने कभी सोचा है कि एक ही साल में तीन-तीन बड़े फिल्मी सेलिब्रेशन एक साथ हो सकते हैं? अगर नहीं, तो 2025 आपकी सोच बदल देगा! जी हां, इस साल फिल्मी दुनिया का पूरा माहौल जश्न से भरा हुआ है, और वो भी सिर्फ एक देश या एक इंडस्ट्री तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरी दुनिया इस सेलिब्रेशन में शामिल है। चलिए, ज़रा नजर डालते हैं इस खास साल पर...
चीन के हाईनान प्रांत की राजधानी हाईखो में चल रहे हाईनान एक्सपो में ऐसे अनोखे स्मार्ट प्रोडक्ट्स दिखे, जिन्हें पहनते ही भारी-से-भारी बैग भी पंख जैसे हल्के लगने लगते हैं। चाहे ट्रेकिंग हो, पहाड़ चढ़ना हो या फिर कोई एडवेंचर ट्रिप- ये स्मार्ट टेक्नोलॉजी बना रही है सब कुछ आसान और आरामदायक। देखिए कैसे चीन की ये नई तकनीक एडवेंचर की दुनिया में क्रांति ला रही है। पूरा वीडियो ज़रूर देखें!