चीन सरकार देश को समग्र रूप से खुशहाल राष्ट्र बनाने की दिशा में अग्रसर है। इसमें जन स्वास्थ्य बहुत अहम भूमिका निभाता है। यही वजह है कि स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच आम लोगों तक हो, इस पर केंद्र सरकार काफी ध्यान दे रही है।
अप्रैल में चीन के राष्ट्रीय आर्थिक प्रदर्शन के हालिया आंकड़े जारी होने के बाद, अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने एक बार फिर चीनी अर्थव्यवस्था पर ध्यान दिया है। डेनमार्क के नोवोनेसिस के वैश्विक कार्यकारी उपाध्यक्ष मोर्टेन रासमुसेन और अन्य अंतर्राष्ट्रीय हस्तियों ने कहा है कि चीनी अर्थव्यवस्था की विशेषताएं, जैसे "अपेक्षाओं से अधिक", "लचीला होना" और "स्थिरता बनाए रखना", प्रभावशाली हैं।
हाल ही में अमेरिका ने कई देशों पर आयात शुल्क (टैरिफ) में वृद्धि की है, जिसका वैश्विक अर्थव्यवस्था पर गहरा प्रभाव पड़ने की आशंका है।
16 मई शीत्सांग (तिब्बत) प्रदर्शनी केंद्र का नंबर 2 मंडप लोगों से भरा हुआ था। "नया ल्हासा खोलें, नए अवसर साझा करें" के प्रमुख मुद्दे वाली दूसरी ल्हासा आयात वस्तु प्रदर्शनी यहां भव्य रूप से उद्घाटित हुई।
अमेरिका में ट्रंप सरकार आने के बाद अमेरिका ने हाल ही में अपने कई आयातित सामानों पर टैरिफ यानि आयात शुल्क बढ़ाया है, इस फैसले का असर चीन, यूरोप और भारत समेत दुनिया के लगभग सभी देशों में दिखा है।
13 मई को, चीन-लैटिन अमेरिका मंच की चौथी मंत्रिस्तरीय बैठक में चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के भाषण ने चीन-लैटिन अमेरिका सम्बंधों के दीर्घकालिक विकास की दिशा को इंगित किया। राष्ट्रपति शी द्वारा प्रस्तावित "पांच प्रमुख परियोजनाएं" - एकता, विकास, सभ्यता, शांति और जन उन्मुख परियोजनाएं - न केवल चीन और लैटिन अमेरिका के बीच साझे भाग्य वाले समुदाय के निर्माण के लिए एक विशिष्ट मार्ग प्रदान करती हैं, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय जनमत का ध्यान भी जीतती हैं।
जापानी आक्रमण के विरुद्ध प्रतिरोध के युद्ध की विजय की 80वीं वर्षगांठ के लिए चीनी राज्य परिषद सूचना कार्यालय द्वारा 13 मई को जारी किया गया स्मारक लोगो, लंबी दीवार को थामे हुए शांति की जैतून की शाखा की छवि का उपयोग करता है, जो राष्ट्र के खूनी संघर्ष की ऐतिहासिक स्मृति को मानव जाति के लिए साझा भविष्य वाले समुदाय के निर्माण के समकालीन मिशन के साथ चतुराई से जोड़ता है।
12 मई को जेनेवा आर्थिक और व्यापार वार्ता करने के बाद चीन और अमेरिका ने एक संयुक्त वक्तव्य जारी किया, जिसने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का व्यापक ध्यान आकर्षित किया। वार्ता के दौरान, दोनों पक्षों ने अधिकांश अतिरिक्त टैरिफ रद्द कर दिए और एक आर्थिक और व्यापार परामर्श तंत्र स्थापित किया। इस प्रगति ने न केवल चीन और अमेरिका के बीच आर्थिक और व्यापारिक सम्बंधों में नई जीवंतता डाली, बल्कि वैश्विक अर्थव्यवस्था को भी सकारात्मक संकेत दिया।
1 सितंबर 1939 से 2 सितंबर 1945 के बीच लड़ा गया द्वितीय विश्व युद्ध कई देशों के बीच हुआ था, जिसमें चीन भी शामिल था।