सिंगापुर के चाइनाटाउन न्यू ईयर मार्केट में चहल-पहल है, मलेशिया में नए साल का जश्न मनाने के लिए अमूर्त सांस्कृतिक विरासत शेर नृत्य का आयोजन किया गया है, और आल्प्स ग्लेशियरों को सर्प वर्ष की प्रकाश कला से जगमगाया गया है...... वसंत महोत्सव के पहले "अमूर्त सांस्कृतिक विरासत संस्करण" के आगमन के साथ, दुनिया भर में उत्सव का माहौल और मजबूत हो गया है। सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर, दुनिया भर के नेटिज़ेंस ने स्प्रिंग फेस्टिवल गाला देखा, चीनी पारंपरिक रीति-रिवाजों का अनुभव किया और आपस में नए साल की शुभकामनाएं दीं।
दावोस, स्विटजरलैंड में 20 जनवरी से 24 जनवरी 2025 तक आयोजित हुआ विश्व आर्थिक मंच (WEF) का वार्षिक अधिवेशन वैश्विक आर्थिक सहयोग और विकास का एक महत्वपूर्ण मंच है। दवोस फोरम में दुनिया भर के राजनेताओं, उद्यमियों, विशेषज्ञों और विद्वानों ने भाग लिया।
दुनिया की तेजी से बढ़ती एशिया की दो अर्थव्यवस्थाएं चीन और भारत ने जलवायु परिवर्तन को लेकर जिस तरह की चिंता दिखाई है, वैसी चिंता पश्चिमी देशों में भी कम दिख रही है।
चीन का वसंत महोत्सव, जिसे “चीनी का नववर्ष”या “छुनजिए”भी कहा जाता है, न केवल एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक पर्व है, बल्कि यह चीन की अवकाश अर्थव्यवस्था का सबसे बड़ा उत्प्रेरक भी है।
20 से 24 जनवरी तक विश्व आर्थिक मंच 2025 की वार्षिक बैठक स्विट्जरलैंड के दावोस में आयोजित की गई। उत्तरी चीन और उत्तर-पूर्व चीन के लिए जर्मन चैंबर ऑफ कॉमर्स के कार्यकारी निदेशक ओयांग लिवेन ने बैठक में चीन द्वारा रखे गए सुझावों पर यह विचार व्यक्त किया कि“चीन द्वारा प्रस्तुत प्रस्ताव हमारे जर्मन व्यापार समुदाय से निकटता से जुड़े हुए हैं, और हम विशेष रूप से व्यापार बाधाओं के प्रति चीन के विरोध का समर्थन करते हैं।
लोगों ने एक बार भविष्यवाणी की थी कि डिजिटल युग में एआई प्रौद्योगिकी का विकास सबसे पहले कुछ शारीरिक श्रम की जगह लेगा, लेकिन बात ऐसी नहीं चली। AI एक कृत्रिम बुद्धिमत्ता उपकरण है।
स्विटजरलैंड के खूबसूरत शहर दावोस में सालाना तौर पर आयोजित होने वाली विश्व आर्थिक मंच की बैठक को वैश्विक अर्थव्यवस्था का अग्रदूत माना जाता है।
विश्व विकास का इतिहास इस सत्य को पूरी तरह से प्रदर्शित करता है कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी सबसे महत्वपूर्ण उत्पादक शक्तियाँ हैं। हाल के वर्षों में चीन और भारत का तेज़ विकास होने का कारण यह है कि हमने बड़ी संख्या में वैज्ञानिक व तकनीकी प्रतिभाओं को प्रशिक्षित किया है।
26 जनवरी को विश्वभर में अंतर्राष्ट्रीय कस्टम्स दिवस मनाया जाता है। यह दिन कस्टम्स अधिकारियों के महत्व को पहचानने और कस्टम्स विभाग की भूमिका को बढ़ावा देने के लिए समर्पित होता है।