टैरिफ युद्ध: राजनीतिक नाटक या ऐतिहासिक मोड़? विशेषज्ञों ने चेताया कि अमेरिकी डॉलर का आधिपत्य ताश के पत्तों का घर बन जाएगा
जब भारत और चीन के बीच 75 साल पहले राजनयिक संबंधों की नींव रखी गई थी, तब शायद ही किसी ने सोचा होगा कि ये दोनों देश एक दिन दुनिया की सबसे तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होंगे। 1 अप्रैल, 1950 को जब दोनों देशों ने औपचारिक रूप से डिप्लोमैटिक रिलेशन शुरू किए थे, तब से लेकर आज तक का सफर कुछ ऐसा रहा है जैसे कोई बॉलीवुड मूवी हो। उसमें ड्रामा भी है, ट्विस्ट भी है, इमोशन भी है और ढेर सारी उम्मीदें भी हैं। इतने सालों में रिश्तों में उतार-चढ़ाव जरूर आए, लेकिन दोनों देशों के बीच सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक संबंध लगातार गहराते गए। आज, टेक्नोलॉजी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), इनोवेशन, व्यापार, और लोगों-से-लोगों के बीच कनेक्शन इन रिश्तों को एक नए मुकाम तक ले जा रहे हैं। तो चलिए, इस रिश्ते को थोड़ा करीब से देखते हैं और कुछ दिलचस्प पहलुओं पर एक नजर डालते हैं।
4 अप्रैल पारंपरिक चीनी छिंगमिंग उत्सव है।छिंगमिंग त्योहार प्रेम से भरा त्यौहार है, जो मृतक रिश्तेदारों को यह एहसास दिलाता है कि वे हमेशा हमारे दिलों में हैं। छिंगमिंग- वसंत का आनंद लें और प्रियजनों को अपने दिल में रखें।
4000 मीटर से अधिक, 17 किस्मों और 22000 चेरी के पेड़ों के साथ, मध्य चीनी शहर हेपी में हुआश्या साउथ रोड है, जिसे चीन चेरी उद्योग संघ द्वारा "चीन के सबसे सुंदर चेरी ब्लॉसम एवेन्यू" का खिताब दिया गया था। अभी, इस सड़क पर और इस शहर में चेरी के फूल उत्साहपूर्वक खिल रहे हैं, और 11वां हेपी चेरी ब्लॉसम महोत्सव आधिकारिक तौर पर 2 अप्रैल को शुरू हुआ।
आज चीन और भारत के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ है। यह दिलचस्प चीन-भारत सांस्कृतिक मुक़ाबला कार्यक्रम सभी के लिए है। हम एक साथ कामना करें कि चीन और भारत की दोस्ती हमेशा बनी रहे।
बच्चों, आपका भविष्य श्वेत पत्र में है
Fact No. 75/75: क्या आप जानते हैं ड्रैगन और हाथी के टैंगो के बारे में? देखिए, चीन-भारत कनेक्शन पर 75 फैक्ट्स की एक सीरीज़...