3. आयात-निर्यात के अवसर- चीन भारत, यूएस, यूरोप आदि देशों के लिए एक बहुत बड़ा निर्यातक बाज़ार है। संसार की जनसंख्या का एक बँटा पांच भाग चीन में रहता है। एशिया में कई देशों की अर्थव्यवस्था पर प्रवासी चीनियों का आधिपत्य है। चीनी भाषा बोलकर आप उनके साथ अपने बिजनस को एक नई उंचाई तक ले जा सकते हैं। इंड़ोनेशिया, फिलिपिन्स, थाईलैंड़, सिंगापुर, मलेशिया आदि देशों में प्रवासी चीनी लोग बड़ी संख्या में रहते है। चीन यूएस के साथ बहुत बड़ा ट्रेडिंग पार्टनर बन गया है। केवल अमेरिका के साथ ही नहीं, बल्कि भारत समेत कई अन्य देशों के साथ भी।
4. बिजनस ड़िलिंग- चीन से यूएस जाने में 12 घण्टे लगते है। भारत जाने में साढ़े छ घण्टे के करीब लगता है। मेरा मानना है कि फोन, या इण्टरनेट के जरिए यह दूरी खत्म हो जाती है। अब के समय में चीन, यूएस, या अन्य देशों में कॉल करना इतना मंहगा नहीं रहा है। नेट के जरिए कॉल करना बहुत सस्ता पड़ता है। अगर स्काईप आदि सॉफ्टवयर का इस्तेमाल करते है, तो खर्चा न के बराबर होता है। इस तकनीकी बदलाव का फायदा आप चीनी भाषा जानकर उठा सकते हैं। आप दूनिया के किसी भी कोने में बैठकर चीन के लोगों के साथ चीनी भाषा में बात कर सकते है। इससे आपके बिजनस में बहुत मदद मिल सकती है।
5. राजनीतिक अवसर- आप जानते है कि ऑस्ट्रियाई प्रधानमंत्री केविन रुड़ बहुत अच्छी चीनी भाषा बोल लेते है। अमेरिका के ट्रेजरी सचिव टिमोथी गेतनर ने पेईचिंग विश्वविधालय से चीनी भाषा पढी है। अमेरिका के उता राज्य के पूर्व गर्वनर, और राष्ट्रपति उम्मीदवार ज़ोन हंट्समैन चीनी भाषा धाराप्रवाह के साथ बोलते है। चीन संसार के हर कोने में निवेश कर रहा है, तो सरकारी मामलों में शामिल होना चीनी भाषा सीखने का एक अन्य कारण बन सकता है।
6. चीन की दिलचस्प संस्कृति को जानना- चीन की संस्कृति करीब 5 हजार वर्ष पुरानी है। चीनी भाषा जानने से, आप चीनी संस्कृति व सभ्यता को अच्छी तरह से समझ सकते है। मेरा मानना है कि किसी एक देश की भाषा को जानने से आप उस देश की आत्मा को जान सकते है। संसार की 20 प्रतिशत आबादी चीन में रहती है, तो उनके साथ संपर्क बनाना काफी फायदेमंद रहेगा।