हुहांगशान पर्वत का यथाशब्द है पीला पर्वत है, जो पूर्वी चीन के दक्षिण-मध्य अनहोए प्रांत में स्थित है। यह पूरा क्षेत्र उसकी हरियाली, सुंदर दृश्य, उंचे-उंचे पहाड़ों की चोटी, देवदार के वृक्ष आदि से जाना जाता है। हुहांगशान पर्वत बार-बार पारंपरिक चाइनिज पेंइटिंग, और साहित्य के विषय में आता है। यह आज के आधुनिक फोटोग्राफी के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण विषय समझा जाता है। यह एक यूनेस्को विश्व विरासत स्थल, और चीन के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है।
दक्षिण-मध्य चीन में खड़ा हुहांगशान पर्वत चीन का एक विश्वविख्यात दर्शनीय क्षेत्र हैं और विश्व के प्राकृतिक धरोहर सूची में शामिल एक रमणिक स्थल भी है। हुहांगशान पर्वत का नाम पहले यीशान था, बाद में उसका नाम बदल कर हुहांगशान रखा गया, इसके पीछे क्या कारण था, चलिए हम आपको बताते है:
चीनी पौराणिक कथा के अनुसार हुहांगती चीनी राष्ट्र का पूर्वज था। वह राजा के आसन पर 100 साल तक बैठा था और उसे प्रजा से बड़ा स्वागत और समर्थन मिला। आयु अधिक होने के कारण उसने राजा की गद्दी कम उम्र के श्योहो को सौंप दी। लेकिन हुहांगती को जीवन से बेहद प्यार था, वह यूंही बेकार बैठकर मरना नहीं चाहता था। अतः उसने अमर रहने के रहस्य की खोज करने का फैसला किया। वह ताओ धर्म के आचार्य यङछङची और फुछ्योकुंग को अपना गुरू बनाकर उनसे संजीवन दवा बनाने की कला सीखने लगा।