शिश्यांगबान्ना में रहने वाली विभिन्न जातियों के लोगों में ताई जाती के अलावा अन्य अल्पसंख्यक जातियों की अपनी अपनी लिपि नहीं है। उनकी संस्कृति लोगों द्वारा बोलने के माध्यम से पीढ़ी दर पीढ़ी प्रचार-प्रसार की जाती है, जैसी ची न्वो जाती और बू लांग जाती आदी। इस तरह अनेक महत्वपूर्ण सामग्रियों का रिकॉर्ड नहीं हो पाता है। ताओ हूंग योंग इस बात पर बहुत चिंतित हैं। एक जाति की सांस्कृति विरासत का संरक्षण और प्रचार-प्रसार के लिए इस जाति द्वारा अपनी कोशिश की जानी चाहिए। क्योंकि अन्य जाति और अन्य लोगों को उस जाति की संस्कृति के बारे में गहन जानकारी नहीं है।
ताओ हूंग योंग ने कहा कि अब अनेक युवा लोगों को अपनी जाति की संस्कृति को बहुत पसंद नहीं है। अपनी जाति की संस्कृति और गीत-संगीत को सीखने वाले युवा लोगों की संख्या बहुत कम है।
शिश्यांगबान्ना राज्य के राज्यपाल ताओ ली यीन ने कहा था कि अब तक शिश्यांगबान्ना में जल्द ही संरक्षण किये जाने वाली जातीय संस्कृति का विषय और काम अनेक हैं। लेकिन इसके बारे में सुयोग्य व्यक्तियों की संख्या बहुत कम है। उन्होंने कहा कि जातीय सांस्कृतिक उद्योग का विकास करने के लिए सरकार और अधिक पूंजी लगाएगी और मंच का सक्रीय रूप से निर्माण करेगी। अल्पसंख्यक जाती की परंपरागत संस्कृति का और अच्छी तरह विकास और संरक्षण करने के लिए सरकार एक विशेष फंड लगाएगी।
(वनिता)