ताओ हूंग योंग ने क्रमश:नृत्य करने, संगीत दल में संगीत वाद्य बजाने और संगीत की रचना करने का काम किया है। लेकिन उन्होंने संगीत विद्यालय में व्यवसायिक शिक्षा नहीं पाई थी। उन्होंने अपने आप संगीत सीखा, अपने पहले संगीत की रचना शुरू करने से कदम दर कदम संगीत का विज्ञान सीखा।
नर्तक बनने के दौरान ताओ हूंग योंग ने शिश्यांगबान्ना के लोग संगीत का संग्रह शुरू किया। उसी समय उन्होंने अपने खाली समय में स्थानीय गांवों में संगीत सामग्रियों का संग्रह किया। उस समय रेडियो नहीं था उन्होंने खेत में किसानों द्वारा गाया गया गीत सुना और कागज और कलम से गीत के धुन को रिकॉर्ड किया। इस तरह अनेक मूल्यवान लोक गीत और लोक संगीत की सामग्रियां बना रखी हैं, जिससे उनके गीत की रचना की विशेष शैलि का आधार भी बनाया गया है।
ताओ हूंग योंग ने कहा कि एक व्यवसायिक रचनाकार विशेषकर लोक संगीत के रचनाकार के लिए अगर लोक संगीत सामग्रियां नहीं हैं, तो वो जातीय गीत-संगीत की रचना नहीं कर सकता है। इसलिए रचना करने के लिए सामग्रियों का संग्रह करना बहुत महत्वपूर्ण है।
वास्तव में गीत-संगीत की सामग्रियों का संग्रह करने से गीत-संगीत की रचना करने तक ताओ हूंग योंग का रास्ता इतना सुचारू नहीं है।