पेकिंग ओपेरा मे किसी भी महिला के किरदार को तान कहा जाता है। इस किरदार मे पांच छोटे किरदार होते है। बुजुर्ग महिला के किरदार को लाओ-तान कहा जाता है, फौजी महिला के किरदार को वु-तान, नव-युवती सैनिक को ताओमा-तान, उच्च वर्ग की महिला को छींग-यी, और अविवाहित महिला को हुहातान कहा जाता है।
पेकिंग ओपेरा मे पुरूष के रंगे हुए मुख के किरदार को चिंग कहा जाता है। किसी विशेष मंडली के रंगपटल पर निर्भर करता है कि वह मुख्य या माध्यमिक किरदार की भूमिका अदा करेगा। इस तरह का किरदार बहुत प्रभावशाली होता है क्योंकि काफी़ मजबूत आवाज़ और भाव प्रकट करने की अदभुत कला होनी चाहिए। पेकिंग ओपेरा मे 15 बुनियादी चेहरे पैटर्न होते है।
छोऊ पुरुष जोकर की भूमिका को कहा जाता हैं। छोऊ आमतौर पर मंडली में दूसरे दर्जे की भूमिका निभाते हैं। दरअसल, पेकिंग ओपेरा के ज्यादातर अध्ययन में छोऊ को एक छोटी सी भूमिका के रूप में वर्गीकृत किया जाता हैं। छोऊ का चीनी भाषा में अर्थ हैं "बदसूरत"। यह परंपरागत विश्वास को दर्शाता है कि जोकर की बदसूरती और हँसी के संयोजन से बुरी आत्माएं दूर भागती हैं।
पेकिंग ओपेरा के कलाकार चार मुख्य कौशल का उपयोग करते हैं। पहले दो तो गीत और भाषण होते हैं। तीसरा कौशल नृत्य होता है जिसमें शुद्ध नृत्य, मूकाभिनय, और नृत्य की अन्य सभी किस्म शामिल होते हैं। अंतिम कौशल होता हैं मुकाबले का, जिसमे हथियार चलाने के सभी तरीके और कलाबाजी शामिल होती हैं। यह सभी कौशल सहजता के साथ प्रदर्शन कला की भावना को ध्यान में रखते हुए की जाती हैं।