चीनी नववर्ष चीन का सबसे महत्वपूर्ण उत्सव है। चीन में नववर्ष को चन्द्रमा का नववर्ष भी कहा जाता है। यह त्योहार चीनी कालदर्श के अनुसार हर साल पहले मास में मनाया जाता है जो पहले महीने के पहले दिन शुरू होता है और 15 दिनों तक चलता है और इसके आखिरी दिन को लालटेन त्योहार कहा जाता है। यह दिन पूरे चीन मे बडे़ ही जोर-शोर से मनाया जाता है, और नववर्ष की शाम को परिवार के सभी सदस्य एकजुट होकर रात का भोजन करते है।
चीनी कैलंडर में चीनी नववर्ष बहुत ही लम्बा और सबसे महत्वपूर्ण उत्सव माना जाता है। अनेकों कथा और परम्पराओं के चलते चीनी नववर्ष की उत्पत्ति सदियों पुरानी है और उसका महत्व भी बहुत है। चीनी नववर्ष को चीन के अलावा सिंगापुर, थाईलैण्ड, इण्डोनेशिया, मलेशिया, मोरिशियस, फिलिफिन्स, और जहाँ भी चाईना टाउन है वहाँ बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। चीनी नववर्ष चीनी लोगों के लिए बहुत बड़ी छुठ्ठी मानी जाती है।
चीन में चीनी नववर्ष को मनाने से जुडे़ क्षेत्रीय रीति-रिवाज़ और परम्परा में विविधता बहुत व्यापक है। लोग उपहार खरीदनें, साज-सजावट, खाना, कपडे़ आदि में अपना पैसा झोंक देते है। यह हर एक परिवार की परम्परा है कि वे अपने घर को अच्छे तरीके से साफ करते हैं ताकि कोई भी दुर्भाग्य उनकें घर ना आ सकें, और सौभाग्य उनकें घर में विद्यमान रहें। खिड़कियों और दरवाजों पर लाल रंग के कागज कटाई से सजावट की जाती है और उस पर चीनी अक्षरों में "सौभाग्य", "खुशी", "संपन्नता", या "दीर्घायु" शब्द बने रहते है। चीनी नववर्ष की पूर्व संध्या पर परिवार के सभी सदस्य एक साथ मिलकर रात का भोजन करते हैं। भोजन में सुअर, बत्तख, मुर्गी आदि के मांस से बना खाना होता है और साथ में मिठाई भी होती है। परिवार के लोग उस रात को ढेऱ सारे पटाखे फोड़ते है। अगले दिन सुबह बच्चे अपने माता-पिता को नववर्ष की बधाई देते है और लाल कागज के लिफाफे में पैसे प्राप्त करते है। चीनी नववर्ष मेल-मिलाप कराता है, सभी झगडो़ को मिटाता है और सभी को सुख-शान्ति की शुभकामनाएँ देता है।
दन्त कथा और कहानियों के अनुसार चीनी नववर्ष की शुरूआत "नीयन" नामक एक काल्पनिक राक्षस के साथ लडा़ई से हुई। नीयन अक्सर नववर्ष के पहले दिन आता था और मवेशियों, फसलों, और गाँव वालो को खासतौर से बच्चों को खा लिया करता था। गाँववाले अपने आप को बचाने के लिए हर वर्ष की शुरूआत में अपने अपने दरवाजों के सामने खाना रख देते थे। यह समझा जाता था कि नीयन उन लोगो का बना हुआ खाना खाता था तो वह लोगों पर हमला नहीं करता था। एक बार लोगो ने देखा कि नीयन बच्चों के पहने हुए लाल रंग से दूर भागता है तो गाँववाले समझ गये कि नीयन लाल रंग से ड़रता है। उसके बाद से जब नववर्ष आने वाला होता था तब गाँववाले अपने अपने खिड़कियों व दरवाजों पर लाल रंग के लालटेन और लाल रंग के घूँघर लटकाने लगे। नीयन को भगाने के लिए लोग पटाखे भी फोड़ने लगे। और तब से नीयन गाँव में फिर वापस लौटकर नहीं आया।