चंद्रिमाः यह चाइना रेडियो इन्टरनेशनल है। आज हम फिर मिलते हैं आप का पत्र मिला कार्यक्रम में। मैं हूं आप की दोस्त, चंद्रिमा।
पंकजः और मैं हूं आप का दोस्त, पंकज।
चंद्रिमाः आज के कार्यक्रम के सब से पहले हम ई-मेल से कुछ पत्र पढ़ेंगे। क्योंकि आजकल हमने डाक द्वारा भेजे गये ज्यादा पत्र चुनकर पढ़े, तो ई-मेल द्वारा हमें पत्र भेजने वाले श्रोता शायद नाराज़ होंगे। तो आज हम उन की शिकायतों को दूर करने के लिये ई-मेल से हमारा कार्यक्रम शुरू करें। ठीक है ? पंकज जी।
पंकजः बिल्कुल ठीक है, चंद्रिमा जी। वास्तव में ई-मेल से श्रोता तेजी से हमारे कार्यक्रम की प्रतिक्रिया हमें भेज सकते हैं। जैसे इस बार की हाएनान प्रतियोगिता। अभी तक बहुत श्रोताओं ने ई-मेल द्वारा हमें इस प्रतियोगिता के जवाब भेज दिये हैं।
चंद्रिमाः जी हां, और कुछ श्रोताओं ने जवाब देने के साथ साथ हाएनान प्रांत के बारे में अपने विचार भी प्रकट किये हैं। उदाहरण के लिये रामपुरा फूल, बठिंडा, पंजाब के अशोक कुमार गुप्ता जी। अपने ई-मेल में उन्होंने यह लिखा है कि मैं हाएनान को पसंद करता हूं, क्योंकि उस का प्राकृतिक दृश्य बहुत ही सुन्दर है। वह उष्णकटिबंध में स्थित है, वो चीन का सब से दक्षिण क्षेत्र है। साल भर हाएनान बहुत गर्म रहता है, और वहां सर्दी का मौसम नहीं है। इस के अलावा हाएनान के समुद्रतट पर गोमल सेंट और सुन्दरी दृश्य देशी-विदेशी के पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।
पंकजः गुप्ता जी ने आगे लिखा है कि हाएनान प्रांत का नक्शा एक नाशपाती की तरह है। थाईवान द्वीप को छोड़कर वह चीन में सब से बड़ा द्वीप है। उसी की राजधानी हाएखो है। हाएखो हाएनान प्रांत का राजनीतिक, आर्थिक, सांस्कृतिक और यातायात केंद्र भी है। और हाएनान में और एक शहर है , जिस का नाम सानया है, जो एक बहुत लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। चंद्रिमा जी, क्या आपने हाएनान की यात्रा की है? और क्या वहां का दृश्य सचमुच इतना ही सुन्दर है?
चंद्रिमाः जी हां, मैंने वहां की यात्रा की है। और वहां का दृश्य इतना सुन्दर है कि जैसे आप स्वर्ग में पहुंच गये। पंकज जी, अगर भविष्य में मौका मिला, तो आप ज़रूर वहां की यात्रा करें।
पंकजः वाह, आप की बातें सुनकर मुझे अचानक ही वहां जाने की इच्छा भी हो रही है। हालांकि मेरी यात्रा का समय अभी पक्का नहीं है, लेकिन हमारे श्रोताओं की यात्रा का समय सी.आर.आई. ने निश्चित किया है। अब हम आप लोगों को एक खुश खबरी देते हैं कि इस बार की हाएनान प्रतियोगिता में हमारे हिन्दी विभाग को एक विशेष पुरस्कार पाने का मौका मिला है, यानी हमारे एक भारतीय श्रोता विशेष पुरस्कार के विजेता के रूप में हाएनान की यात्रा कर सकेंगे।
चंद्रिमाः यह सचमुच एक बहुत खुशी की खबर है, और आशा है कि हमारे श्रोता सक्रिय रूप से इस प्रतियोगिता में भाग ले सकेंगे। और विशेष पुरस्कार के अलावा हम अन्य पुरस्कार के विजेताओं को भी अच्छे अच्छे उपहार भेजेंगे। तो श्रोता दोस्तों, हमारी प्रतियोगिता में भाग लीजिये, और देखिये कि क्या इस बार आपके भाग्य में हाएनान की यात्रा लिखी है?