चंद्रिमाः कृष्ण कुमार जी, आप की बातें सुनकर हमें बहुत खुशी हुई। और आप को हमारे कार्यक्रम का समर्थन देने के लिये बहुत बहुत धन्यवाद। अब मैं आप को श्रोता संघ की स्थापना पर कुछ जानकारियां दूंगी। सब से पहले आप अपने क्लब के लिये एक सुन्दर नाम बनाइये। यह बिल्कुल आप की इच्छा से बनाया जाता है। इसके बाद आप को अपने क्लब के लिये कुछ सदस्य इकट्ठा करना पड़ेगा, जैसेः आप के परिवार जन, रिश्तेदार या दोस्त, सभी लोग क्लब के सदस्य बन सकते हैं।
पंकजः लेकिन सबसे पहली शर्त यह है कि उन्हें हमारे कार्यक्रम को नियमित रूप से सुनना चाहिए, और कभी कभी क्लब के सभी सदस्य मिल-जुलकर सभा का आयोजन भी करेंगे, और सभा में हमारे कार्यक्रम का विचार-विमर्श कर सकते हैं या कार्यक्रम अच्छा बनाने के लिये सुझाव भी दे सकते हैं। बाद में आप लोग, खास तौर पर क्लब के अध्यक्ष या सचिव उन विचारों और सुझावों को इकट्ठा करके पत्र द्वारा हमें भेजकर बता सकते हैं। और पत्र लिखने में अपने क्लब का नाम, पता और परिचय लिखना न भूलें। ताकि हम अपने मेल लिस्ट में आप के क्लब को शामिल कर सकें, और नियमित रूप से आप के क्लब को सामग्रियां भेज सकें।
चंद्रिमाः हमारे अगले श्रोता हैं रॉयल स्प्रिंग्स गॉल्फ कोर्स श्रीनगर जम्मू कश्मीर के रहने वाले सईद अनवर ओवैस। इन्होंने हमें अपना पत्र एक विशेष पोस्टकार्ड पर लिखा है, जिसमें दो महान लोगों की तस्वीरें बनी हुई हैं। पहले सज्जन महान आविष्कारक और वैज्ञानिक थॉमस अल्वा एडिसन हैं और दूसरे हैं जॉर्ज ईस्टमैन, जो इस फोटोग्राफ़ में थॉमस एडिसन की मदद करते हुए दिखाए गए हैं। सईद अनवर जी आपने हमें बहुत दुर्लभ फोटो भेजी है इसके लिये आपका बहुत बहुत धन्यवाद हम इस फोटो को श्रोता वाटिका में भी छापेंगे और हमारे दूसरे श्रोता मित्रों से भी शेयर करेंगे।
पंकजः चंद्रिमा जी, ऐसा लगता है कि हमारे कुछ श्रोताओं को हमारे कार्यक्रम में सिर्फ अपना नाम सुनने का मन करता है, इसीलिये हमारे ऐसे श्रोता हमें बहुत मेहनत के साथ पत्र तो लिखते हैं। लेकिन पत्र में सिर्फ अपना नाम और पता लिखते हैं। इसके अलावा कुछ भी नहीं लिखते। हमें खुशी होती है आपका पत्र पढ़कर लेकिन आप अपने नाम और पते के अलावा भी तो कुछ लिखिये। जैसे हमें कोई सुझाव दे सकते हैं। हमसे अपना पसंदीदा गीत सुनाने के लिये कह सकते हैं। आप हमें अपनी कोई कविता या छोटा सा कोई अनुभव लिखकर भेज सकते हैं।
चंद्रिमाः हमारे एक ऐसे ही श्रोता हैं, जिनका नाम है राजीव कुमार मोहना, जो हमें पत्र लिखते हैं मुंगेर के शास्त्रीनगर रोड नंबर दस बिहार से। इन्होंने अपने पत्र में और कुछ भी नहीं लिखा है। तो चलिये राजीव कुमार मोहना जी, आपका पत्र तो हमने अपने कार्यक्रम में शामिल कर लिया है। अब आप हमें अपना अगला पत्र लिखें तो उसमें कुछ और भी लिखें, ठीक है न?
पंकजः अच्छा, अब हम ई-मेल से कुछ पत्र चुनकर पढ़ेंगे। पहला है कराची, पाकिस्तान के अयूब नकवी का। उन्होंने अपने ई-मेल में तिब्बत की सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता का उत्तर दिया। और तिब्बत के बारे में उन्होंने यह लिखा है कि तिब्बत विश्व में सब से ऊँचा इलाका है। उसे विश्व की छत भी कहा जाता है। तिब्बत की जनसंख्या 30 लाख के करीब है। लेकिन यहां का क्षेत्रफल बहुत ज्यादा है, और उसके मुकाबले में जनसंख्या बहुत कम है। इस के बाद उन्होंने तिब्बत में कई प्रसिद्ध झीलों के नाम भी लिखे हैं। इससे यह साबित होता है कि तिब्बत के बारे में उन की जानकारी काफ़ी अधिक होती है। बहुत धन्यवाद, अयूब नकवी भाई, आपने हमारी प्रतियोगिता में भाग लिया।