अनिलः आपका पत्र मिला कार्यक्रम के सभी श्रोताओं को अनिल का प्यार भरा नमस्कार। दोस्तो मुझे बड़ी खुशी हो रही है कि आप लोगों ने आपकी पसंद प्रोग्राम की तारीफ की और मुझे यहां आना पड़ा आप सभी श्रोताओं से रूबरू होने के लिए।
चंद्रिमाः अनिल जी, आपके द्वारा प्रसारित आप की पसंद कार्यक्रम हमारी हिन्दी सेवा का एक बहुत लोकप्रिय कार्यक्रम है। तमाम श्रोता बारी बारी से इस कार्यक्रम में अपना पसंदीदा गीत सुनने के लिये हमें फ़रमाइश पत्र भेजते हैं। और कभी कभी हमें आपकी प्रशंसा करने वाले पत्र भी मिलते हैं।
विकासः जी हां, अभी मेरे हाथ में केसिंगा ओड़िशा के सुरेश अग्रवाल का पत्र है। इस पत्र में उन्होंने आप की खूब तारीफ़ की है। उन्होनें लिखा है कि १४ अप्रैल को शाम साढ़े छह बजे के प्रसारण में समाचारों के पश्चात् साप्ताहिक कार्यक्रम "आपकी फ़रमाइश आपकी पसन्द" सुनकर तबीयत खुश हो गई। श्रोताओं के मनपसंद फ़िल्मी गानों के साथ साथ बालीवुड की चटपटी बातें भी सुनने को मिलीं। बात चाहे सिक्युअल सिनेमा की हो या कि माधुरी दीक्षित द्वारा फ़िल्म डेढ़ इश्किया और झलक में काम करने की या फिर ऑल स्टार फुटबॉल गठन की कार्यक्रम में भारतीय सिनेजगत को पूरा प्रतिनिधित्व दिया गया। यह जान कर भी ख़ुशी हुई कि अब ऐसे एप्लीकेशन बन चुके हैं, जिनकी मदद से मोबाइल पर लाइव फ़िल्में देखना सम्भव होगा। शुक्रिया इन तमाम महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए।
चंद्रिमाः मुबारकपुर, आज़मगढ़, उत्तर प्रदेश के आलमी रेडियो लिस्नर्स क्लब के अध्यक्ष मोहम्मद असलम ने भी आपकी प्रशंसा करते हुए लिखा है कि 14 अप्रैल का प्रोग्राम सुना आपकी पसन्द यह प्रोग्राम तो बहुत अच्छा है। प्रस्तुति और जानकारी भी बहुत अच्छी दी जाती है, इसलिये मैं और मेरे क्लब के सभी सद्स्य बहुत चाव से सुनते हैं। जैसा कि आज सुना गया इस प्रोग्राम के बारे में और क्या चाहिये, विभिन्न प्रकार के विचार और भी श्रोताओं से ज़रुर मिलते होंगे। उसी आधार पर प्रोग्राम को आगे बढाया जाये प्रोग्राम और अच्छा होगा।
विकासः आपकी पसंद कार्यक्रम हमेशा से श्रोताओं का मनपसंद कार्यक्रम रहा है। अनिल जी की प्रस्तुति ने इस कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए हैं। अनिल जी, श्रोताओं के पत्र सुनकर क्या आप उनसे कुछ कहना चाहते हैं?
अनिलः बिल्कुल,सबसे पहले सभी श्रोताओं का धन्यवाद, साथ ही विकास भाई व चंद्रिमा जी को बहुत-बहुत धन्यवाद कि आपने मुझे श्रोताओं से सीधे रूबरू होने के लिए बुलाय़ा। दोस्तो आप सभी आपकी पसंद प्रोग्राम को इतने चाव के साथ सुनते हैं, इसके लिए हम आपके आभारी हैं। मैं कहना चाहता हूं कि मैं और मेरी सहयोगी लिली लगातार आपकी पसंद प्रोग्राम को बेहतर बनाने की कोशिश कर रहे हैं, हम चाहते हैं कि हर बार के प्रोग्राम में कुछ नया पेश करें। बहुत खुशी होती है, जब आप हमारे काम की ताऱीफ करते हैं, दोस्तो सच कहूं तो अगर आप नहीं हैं तो हमारा प्रोग्राम भी कुछ नहीं है, श्रोता ही आपकी पसंद प्रोग्राम की जान हैं, आप सभी जानते हैं कि पहले हमारे प्रोग्राम में अधिकांश पुराने गाने ही पेश किए जाते थे, लेकिन पिछले कुछ समय में हमने तमाम श्रोताओं की गुजारिश पर इसमें बदलाव किया है, आजकल हम नए व पुराने गाने दोनों पेश करते हैं, इतना ही नहीं बीच-बीच में हम बॉलीवुड व मनोरंजन की दुनिया की चटपटी बातों से भी आपको रूबरू कराते हैं, जैसा कि पिछले कुछ कार्यक्रमों में हमने क्रिकेट की बातें भी, खासकर यह जानना आप सभी श्रोताओं के लिए नई बात होगी कि चीन में भी अब क्रिकेट खेली जा रही हैं, स्पेशली इसके लिए कुछ खिलाड़ी तो इग्लैंड जाकर कड़ी मेहनत भी कर रहे हैं। मैं केसिंगा, ओड़िशा के सुरेश अग्रवाल व आलमी रेडियो लिस्नर्स क्लब, आजमगढ़ के मोहम्मद असलम जी का विशेष धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने 14 अप्रैल के प्रोग्राम को इतनी गहराई से सुना। आपने कहा कि आपकी पसन्द तो बहुत बहुत अच्छा है, जबकि इसकी तुलना में अन्य प्रोग्राम बहुत ही खराब हैं। मैं कहना चाहता हूं कि ऐसा नहीं, यहां हमारे सभी भारतीय होस्ट व चीनी सहयोगी हर कार्यक्रम को बेहतर से बेहतर बनाने की पूरी कोशिश करते हैं। थोड़ी बहुत कमी हर प्रोग्राम में रह जाती हैं, लेकिन आपकी आलोचना भी काबिलेतारीफ है। अंत में मैं आपसे यही कहूंगा कि दोस्तो यूं कि आपकी पसंद व अन्य प्रोग्राम सुनते रहिए। हमें बड़ी खुशी होगी। इसके साथ-साथ अगर आपकी पसंद प्रोग्राम को लेकर आपकी कोई राय या सुझाव हो तो हमें जरूर भेजिएगा, हम इस पर विचार करने की पूरी कोशिश करेंगे। हां अपनी पसंद के सांग भेजना तो कतई न भूलिएगा, जो श्रोता इंटरनेट का यूज कर सकते हैं, वे हमारी वेबसाइट पर जाकर अपनी फरमाईश लिख सकते हैं, वहीं दूर-दराज के श्रोता हमें खत लिखकर अपनी पसंद के सांग भेज सकते हैं। मुझे उम्मीद ही नहीं पूरा यकीन है कि आप लोग पहले से अधिक चाव के साथ सीआरआई के सभी प्रोग्राम सुनेंगे।
चंद्रिमाः विकास जी, हर बार आपकी पसंद कार्यक्रम में अनिल भाई श्रोताओं की फ़रमाइश पर गीत प्रसारित करते हैं। इसलिये आज हम विशेष तौर पर उन्हें एक मौका देते हैं। वे भी श्रोताओं की तरह अपने एक पसंदीदा गीत की फ़रमाइश कर सकते हैं। और हम आप का पत्र मिला कार्यक्रम में उस गीत पेश करेंगे, ठीक है न?
विकासः अच्छी राय है, क्यों नहीं?तो अनिल जी आप जिस मेहनत से कार्यक्रम बनाते हैं और श्रोताओं के पसंद का ख्याल रखते हैं उसके लिए धन्यवाद। आज हम आप के लिये एक गीत प्रसारित करेंगे। तो आप को कौन सा गीत पसंद है?
अनिलः वाह क्या बात है, आज तो मेरी फऱमाईश पूरी की जा रही है। तो मेरा फेवरेट सांग है। तेरी मेरी,मेरी तेरी प्रेम कहानी है मुश्किल, फिल्म का नाम है, बॉडीगार्ड, जी हां अपने सलमान वाली बॉडीगार्ड।
चंद्रिमाः अच्छा, अब हम साथ साथ सुनें अनिल भाई की फ़रमाइश पर यह मधुर गीत।