चंद्रिमाः यह चाइना रेडियो इन्टरनेशनल है। आप का पत्र मिला कार्यक्रम सुनने का हार्दिक स्वागत है। मैं हूं आप की दोस्त, चंद्रिमा।
विकासः और मैं हूं आप का दोस्त, विकास।
चंद्रिमाः विकास जी, 14 फ़रवरी यानि इस हफ्ते के मंगलवार को वेलेंटाइन्स दिवस है। क्या आपने इसे मनाया है?क्योंकि चीन के बहुत युवा व युवतियां में इसे मनाने का बड़ा शौक है। उसी दिन प्रेमी अपनी प्रेमिका को गुलाब देते हैं, और युवतियां भी अपने प्रेमी को चॉकलेट देती हैं। क्या आप को कुछ चॉकलेट मिला है, विकास जी?
विकासः वेलेंटाइन तो गुजर चुका है, लेकिन अभी तक कोई चॉकलेट नहीं मिला है। लगता है अगले वेलेंटाइन का इंतजार करना पड़ेगा। हा हा हा
चंद्रिमाः आज कल वेलेंटाइन्स दिवस के बारे में मैं ने एक बहुत दिलचस्प बात सुनी है। अगर आप सिंगल हैं और शादी करना चाहते हैं तो यह दिन आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इस दिन अगर आप सुबह-सुबह किसी सिंगल व्यक्ति को देखते हैं तो पूरा साल आपकी शादी नहीं हो सकती है, वहीं अगर किसी जोड़े को देखते हैं तो उसी साल आपको अपना मनपसंद साथी मिल जाएगा। अगर आप एक मुर्गा और मुर्गी को एक साथ देखते हैं तो क्रिसमस से पहले आपकी शादी भी हो सकती है।
विकासः चंद्रिमा जी अगर मुर्गा-मुर्गी देख भी लिया तो यह कैसे पता चलेगा कि एक मुर्गा है और दूसरा मुर्गी। और पेइचिंग शहर में सुबह-सुबह उठकर मुर्गे के जोड़े को देखना भी ईद का चांद जैसा है।
चंद्रिमाः जी हां, आपने बिल्कुल ठीक कहा। इसलिये उन्होंने यह भी कहा है कि अगर आप ने दो कबूतरों या दो गौरेयों जैसे चिड़ियों के दंपती को देखा, तो बराबर परिणाम मिल सकेगा। यह तो ज्यादा आसान होगा, ठीक है न?
विकासः जी हां, लेकिन चंद्रिमा जी, आपको यह बात मुझे पहले बताना चाहिए था क्योंकि उस दिन मैनें क्या देखा यह तो बिल्कुल भी याद नहीं है। चलिए कोई बात नहीं, इसे मैं जरूर याद रखूंगा और अगले साल के वेलेंटाइन डे का इंतजार करूंगा।
चंद्रिमाः अच्छी बात है लेकिन अगले साल तक यह बात मत भूलिएगा। तो आज के कार्यक्रम में सब से पहले हम इस त्योहार की खुशी मनाने के लिये सभी श्रोताओं को एक प्रेम गीत पेश करेंगे। यह गीत चीन के एक प्रसिद्ध टी.वी. श्रृंखला का शीर्षक गीत है, जो आजकल बहुत लोकप्रिय है। हालांकि वह चीन के छिंग राजवंश की एक प्रेम कहानी है, लेकिन बहुत सारे युवाओं को यह बहुत पसंद है।
विकासः जी हां। और इस गीत के बोल भी बहुत अच्छे हैं। जो मैं बहुत पसंद करता हूं। गायक ने ऐसे गाया है कि चाहे आप मुझ से मिलती हैं या नहीं, मैं तो यहां हूं न दुख न सुख। चाहे आप मेरी याद करती हैं या नहीं। आप के प्रति गहरी भावना तो ऐसा है, न जाने न आने। चाहे आप मुझ से प्यार करती हैं या नहीं, प्रेम तो मेरे दिल में है, न बढ़ा न घटा। चाहे आप मेरा साथ हैं या नहीं, मेरे हाथ हमेशा आप के हाथों में हैं, और कभी नहीं छोड़ेंगे। मैं चोरी-चोरी चुपके-चुपके आप से प्यार करता हूं।
चंद्रिमाः अब लीजिये सुनिये यह मधुर गीत।