अल्पसंख्यक जातीय स्वायत्त क्षेत्र व्यवस्था की गारंटी के तहत, भीतरी मंगोलिया की अर्थव्यवस्था बहुत तेजी से बढ़ी है। पिछले कुछ सालों से स्वायत्त प्रदेश की आर्थिक वृद्धि दर चीन के अन्य प्रांतों से आगे रही है। इसके फलस्वरूप इली, मंगनियो, अरतुओस, शियाओ फेइ मटन आदि 34 मशहूर चीनी ब्रांडों का विकास किया गया है, साथ ही यहां से 7 उद्योगों को चीन की 500 शक्तिशाली कंपनी सूची में जगह बनाने में सफलता मिली है। भीरती मंगोलिया स्वायत्त प्रदेश सरकार के अध्यक्ष पाथर के अनुसार, वर्तमान में भीतरी मंगोलिया का अर्थव्यवस्था और सामाजिक विकास स्वस्थ रूप से तेजी से बढ़ रहा है। उन्होंने कहाः
2011 के आंकड़ों के अनुसार, पूरे प्रदेश का जीडीपी 14 खरब 24 अरब युवान से ज्यादा रहा, स्थानीय वित्त विभाग की आमदनी 2 खरब 26 अरब से भी ज्यादा हुई, दोनों में क्रमशः 14.3 और 30.3 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी है। शहरी लोगों की औसत वार्षिक आय 20408 युवान तथा चरवाहों की शुद्ध वार्षिक आय 6642 युवान रही जिनमें क्रमशः 15.3 और 20.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
दिन पर दिन विशाल होती अर्थव्यवस्था के फलस्वरूप भीतरी मंगोलिया स्वायत्त प्रदेश के लोगों के जनजीवन के सुधार के लिए महत्वपूर्ण आधार हासिल हुआ है। पिछले पांच सालों में, भीतरी मंगोलिया ने कुल मिलाकर एक खरब आठ सौ करोड़ चीनी युवान का निवेश किया है जिससे विभिन्न आजीविका परियोजनाओं और जन जीवन सुविधाओं का निर्माण किया गया है, इस से पूरे प्रदेश के लोगों को फायदा मिला । स्वायत्त प्रदेश भर में वृद्ध पेंशन, स्वास्थ्य बीमा, बेराजगारी बीमा की सुविधा पाने वाले लोगों की संख्या में वृद्धि हुई है। 20 लाख कठिन जीवन व्यतीत करने वाले लोगों की आजीविका की गारंटी दी गई है। स्थानीय सरकार ने कुछ विशेष अल्पसंख्यक जातियों के लिए विशेष भत्ता की भी व्यवस्था की है जिस से अल्पसंख्यक जाति रूसी, अर्लुन्छुन और अर्वेंकल आदि और पशुपालन प्रधान जिलों को लाभ मिला है। इस व्यवस्था के तहत अल्पसंख्यक जातियों के चरवाहे के घरों की मरम्मत, नये घर का निर्माण जैसी परियोजनाओं के द्वारा उनके जीवन में उल्लेखनीय सुधार किया गया है।
भीतरी मंगोलिया के शिलीनकले घास मैदान में रहने वाले चरवाहा पाओ लि द के परिवार को वर्तमान में सरकारी भत्ते का लाभ उठा रहा है। इस क्षेत्र में घास मैदान को सुरक्षित रखने के लिए सरकार ने यहां पर चरवाहों को घास चराने को प्रतिबंधित कर दिया है लेकिन उसके बदले सरकार हरेक चरवाहे को विशेष भत्ता व पुरस्कार प्रदान करने की नीती चला रही है।
मैं बहुत आशान्वित हूं। मेरे परिवार में तीन सदस्य हैं। प्रत्येक व्यक्ति को 3000 युवान का भत्ता मिलेगा तो कुल मिलाकर 9000 युवान भत्ता मिलेगा। हालांकि हमारा घास का मैदान कम हो गया है, बकरे भी कम हो गये हैं लेकिन इससे हमारी आय में कोइ कमी नहीं हुई। चार पांच सालों के बाद मैदान में घास की वृद्धि होने के बाद विकास के और ज्यादा मौके मिलेंगे।
अर्थव्यवस्था में वृद्धि और जनजीवन बेहतर होने के साथ-साथ, भीतरी मंगोलिया स्वायत्त प्रदेश सरकार स्थानीय संस्कृति की सुरक्षा के लिए भी भरपूर कोशिश कर रही है। यहां पर मंगोल भाषा के पढ़ने व इस्तेमाल करने के अधिकार के लिए सभी सरकारी विभागों में विशेष भाषा प्रबंध विभाग की स्थापना की गयी है जिसके अंतर्गत अनुसंधान और अनुवाद इकाइयों का गठन किया गया है। सरकारी विभागों, न्यायालयों, विद्यालयों, टीवी स्टेशनों, समाचार पत्रों आदि में मंगोल भाषा का प्रयोग किया जाता है। समाज और बाजार में मंगोल भाषा के साथ-साथ चीनी भाषा को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। मंगोल भाषा प्रधान भाषा के रूप में स्कूल से लेकर विश्वविद्यालय तक की शिक्षा की व्यवस्था की गयी है।
2005 में मंगोल जाति का परंपरागत लोकगीत लम्बा राग युनेस्को के द्वारा मौखिक गैरभौतिक सांस्कृतिक विरासत की सूची में शामिल किया गया। लम्बा राग का जन्म स्थल तुंगजूमुछिन जिले में लम्बा राग के संदर्भ में पुस्तक और ओडियो वीडियो टेप भी प्रकाशित किए गए हैं जिस में वहां रचित हुए 200 से ज्यादा गीत सम्मिलित हैं। स्थानीय विद्यालयों में इस मंगोल लोकगीत के लिए कक्षा खोली गयी है जिसमें लम्बा राग में रूचि रखने वाले लोग सीखने के लिए दाखिला होते हैं, इसके अलावा वहां के प्राइमरी और मिडिल स्कूलों के पाठ्यक्रम में भी इस संगीत का पाठ शामिल किया गया है।
इससे संबंधित विशेषज्ञ का मानना है कि तथ्यों से साबित हो गया है कि अल्पसंख्यक जातीय क्षेत्र का आधार आर्थिक विकास है, नीति विकास की गारंटी है। अल्पसंख्यक जातीय लोगों की संस्कृति की रक्षा और उस का विकास जातीय समानता व स्वशसान के अधिकार का सूचक है, जोकि अल्पसंख्यक जातीय एकता और समान रूप से विकास का अहम माध्यम है। इससे विभिन्न अल्पसंख्यक जातियों के जनजीवन से जुड़ी समस्याओं का समाधान होने के साथ-साथ अल्पसंख्यक जातियों के लोगों के जीवन को बेहतर बनाया जा सकेगा, अल्पसंख्यक जाति संबंधी स्वशासन कानून की श्रेष्ठता इसी में उजागर होती है।