चिन ची झील में पर्यटकों के लिए सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र है यहाँ पानी में स्थित फेरी ह्वील। इसे मोथिएन चरखा भी कहा जा सकता है। इसकी उँचाई लगभग 120 मीटर है। वर्तमान में, यह विश्व का सबसे ऊंचा चरखा है। इसकी दूसरी तरफ स्थित थाओ हुआ द्वीप, ली कुंग बांध आदि दर्शनीय स्थल भी नौकायान के दौरान देखा जा सकता है। पेइचिंग शहर से आए एक पर्यटक यांग ने कहाः
यहाँ सबकुछ बहुत सुंदर है। मुझे सुचोउ बहुत पसंद है, मुझे सुचोउ औद्यौगिक पार्क भी पसंद है। सबसे ज्यादा अच्छी हमारे गाईड द्वारा दी गई महत्वपूर्ण जानकारी लगी है। इनकी बातों से मैं तो इस मनोरम झील की सुंदरता में खो गया। बहुत बहुत धन्यवाद।
झील में नौकायान खत्म होने के बाद, नौका सुचोउ के दस सबसे सुन्दर रात्रि पर्यटन स्थलों में से एक चंद्रमा नौका घाट पर जा रुका। कहा जाता है कि चांद की रोशनी यहां आकर थम जाती है, जिससे यहां पर जिंदगी भी ऐसी लगती है जैसे थम गया हो। रात के नौ बजे इस घाट पर पहली बार आने वाले लोग बिना आश्चर्यचकित हुए नहीं रह जाते हैं। इस पार्क के व्यापारिक केंद्र में इतनी शांति को देखकर बहुत सारे पर्यटक आश्चर्यचकित रह जाते हैं। यहाँ पर कई दुकानें हैं, लेकिन किसी भी दुकान से कोई आवाज नहीं आती है। लोग चुपके से दरवाजा खोलते हैं तथा अंदर बैठकर चाय का मजा लेते हैं या फिर वहीं बैठकर आराम करते हैं। कुछ लोग यहाँ तटों पर बैठकर या लेटकर चांद की रोशनी में जिंदगी के कुछ शांत लम्हों का मजा लेते हैं। यहाँ पर बैठकर लोग मंद-मंद चल रही शीतल हवा में चांदनी में अपने ही शरीर की सुंदरता को निहारते रहते हैं। जैसे-जैसे रात बीतती है, लोग अपने काम-धंधों को भुलकर किसी दूसरे लोक में पहुँच जाते हैं।
चिन ची झील से जुड़ा एक और प्रसिद्ध स्थल है जिसका नाम लीकुंग तटबंध स्ट्रीट है। यह इस झील क्षेत्र में स्थित एकमात्र लम्बा बांध है। इसकी कुल लंबाई लगभग 1400 मीटर है। यहाँ पर देशी और विदेशी गीत-संगीत, खाद्य-पदार्थों का जमावड़ा होता है। वह सुचोउ की एकमात्र चीनी विशेषता वाली स्ट्रीट है, जहां बहुत से विदेशी पर्यटक आते हैं। इस स्ट्रीट पर अक्सर आकर खाना खाने वाले आयरलैंड के जेम्स ने कहा
लिकुंग बांध स्ट्रीट मेरे लिए सिर्फ एक खाना खाने की जगह ही नहीं है, बल्कि यहाँ पर मैं कई तरह के अनुभवों को भी प्राप्त करता हूँ। यहाँ पर मेरा एक पसंदीदा रेस्तरां है जिसका नाम फानछिएचुयी है। यहाँ पर कई तरह की वस्तुएं उपलब्ध हैं। झील के किनारे का दृश्य भी बहुत मनमोहक है और यहाँ पर चीनी और पश्चिमी शैली के खाद्य पदार्थों का भी संगम है। बहुत सारे चीनी व्यंजनों का प्रकार पश्चिमी व्यंजन की तरह है।
अगर खाने की बात करते हैं तो इस औद्यौगिक क्षेत्र पार्क में स्थित टाइम्स स्कावयर को नहीं भूला जा सकता है। इस स्कावयर में स्थित डिपार्टमेंटल स्टोर वर्तमान में चीन का सबसे बड़ा स्टोर है। विशेषतौर पर यहाँ पर स्थित लगभग 500मीटर लंबी टीवी स्क्रीन है। इस टीवी स्क्रीन पर सुचोउ और इस औद्यौगिक क्षेत्र पार्क से जुड़े विज्ञापन दिखाए जाते हैं। एक पर्यटक ने कहाः
मैं पहली बार इतनी बड़ी टीवी स्क्रीन देख रही हूँ। बहुत ही अचंभित हूँ। अभी-अभी इस स्क्रीन पर बहुत बड़े बड़े ड्रैगन उड़ते देखे, जो बहुत ही आश्चर्यचकित करने वाला है।
पर्यटकों के लिए खाना और घूमना जितना महत्वपूर्ण होता है उतना ही जरूरी आराम करना भी होता है। सुचोउ औद्यौगिक पर्यटन क्षेत्र के होटल उद्योग समिति के उपनिदेशक ने परिचय देते हुए कहाः
वर्ष 2009 में पर्यटन विभाग द्वारा दिए गए आंकड़ों के अनुसार, सुचोउ औद्यौगिक पर्यटन क्षेत्र में कुल 170 होटल हैं। वर्तमान में इस क्षेत्र में 33 उच्च सुविधा युक्त होटल है जिसमें 4 फाइव स्टार होटल हैं। यहाँ पर स्थित फाइव स्टार होटलों की संख्या पूरे सुचोउ शहर का 20 प्रतिशत बनती है।
अगर आप शहरी जीवन से ऊब जाते हैं तो मन की शांति के लिए आप यहाँ पर स्थित चुंग युवान मठ में जा सकते हैं। चुंग यवान मठ का पहला नाम चुंग श्वेन मठ था। इस मठ का निर्माण छठी शताब्दी में हुआ था जोकि सुचोउ के प्रसिद्ध मठ हान शान मठ काल का है। यह मठ चीनी सांस्कृतिक क्रांति के समय पूरी तरह से नष्ट कर दिया गया था। बाद में इस मठ को फिर से वर्ष 2007 में तैयार किया गया। इस मंदिर में स्थित अवलोकीदेश्वर मंडप की ऊंचाई 46 मीटर है जोकि पूरे देश में पानी पर स्थित सबसे उँचा मंडप है। इस मंडप में प्रवेश करते ही लोग इसके अंदर स्थित विशाल मूर्ति को देखकर स्तब्ध रह जाते हैं। गाईड ने परिचय देते हुए बताया, यह चीन की सबसे बड़ी और सबसे भारी मूर्ति है।
देवी मूर्ति की कुल ऊंचाई 33 मीटर है। इस मूर्ति का कुल वजन लगभग 88 टन है जिसमें इसका कमल पुष्प का आसन भी शामिल है। यह पूरी तरह से तांबे से निर्मित है। यहाँ पर कई तांबे के टुकडे़ लाकर एक साथ इस मूर्ति का निर्माण किया गया है। सबसे दिलचस्प बात यह है कि इस मूर्ति और मंडप का निर्माण साथ-साथ किया गया है।
इस मंडप में स्थित विशाल मूर्ति के अलावा, यहाँ पर चीन का सबसे बड़ा और विशाल महावीर महल स्थित है। यहाँ पर देश का सबसे बड़ा तांबे का घंटा भी है जिसका वजन लगभग 10 टन है।
इस मठ का दौरा समाप्त होने के बाद हमलोग भी वापस लौटने की तैयारी में लग गये। यहां से वापस लौटने के लिए आप बस, ट्रेन, मेट्रो, लोकल ट्रेन आदि की सुविधा ले सकते हैं। यहाँ पर हूनिंग बुलेट ट्रेन स्टेशन है। यहाँ पर इस स्टेशन के निर्माण से देशी और विदेशी पर्यटकों के लिए यहाँ पर आना बहुत सुविधाजनक हो गया है।
यहाँ पर टिकट खरीदने के लिए लाइन में लगने की जरूरत नहीं होती है। बस ऑटोमेटिक मशीन पर दो-तीन बार बटन दबाईए और टिकट आपके हाथ में होता है। शांगहाई से आए एक पर्यटक ने कहाः
इस मशीन पर सबसे पहले आपको जिस स्टेशन से यात्रा शुरू करना है उसका नाम खोजना होता है उसके बाद दिन और समय फिर आप जब एक बार गंतव्य स्थान निश्चित कर लेते हैं तो टिकट की रकम आती है उसके बाद पैसा मशीन में डालिए और टिकट आपके हाथ में होता है। यह बिल्कुल शांगहाई मेट्रो स्टेशन पर टिकट खरीदने जैसा ही है।
इस तरह से ट्रेन में बैठते ही हमारा आज का सुचोउ औद्यौगिक पर्यटन क्षेत्र का दौरा भी यहीं समाप्त होता है। यह कार्यक्रम कैसा लगा हमें जरूर लिखिएगा। अब विकास को आज्ञा दीजिए। नमस्कार।