त्सेरिंग चोजोम की जन्मभूमि माग्मांग टाऊनशिप से नजदीक किपा टाउनशिप में है। जब वे छोटी थीं, तो उस समय सामा मदिरा गीत का प्रचार प्रसार जोरों पर था, चाहे बुजुर्ग हो या युवक, सभी लोगों को यह गीत गाना आता था, उन के मां बाप सामा मदिरा गीत गाने में बहुत निपुण थे। उन्हें याद है कि हर बार जब वे मां बाप के साथ पशु चराने बाहर जाती थीं, तो मां बाप अवश्य ही उन्हें सामा मदिरा गीत गाना सीखाते थे। इसकी चर्चा में त्सेरिंग चोजोम ने कहा:
"मुझे बचपन से ही गीत गाना पसंद है, मनपा जाति में सिर्फ सामा मदिरा गीत गाया जाता है, मैं ने धीरे-धीरे यह गीत गाने में रुचि ले ली। मैं अपनी 15 व16 उम्र में ही सामा मदिरा गीत गाना सीखने लगी, आम तौर पर पशुओं को चराने की जगहों या चरागाहों पर माता पिता से यह गीत गाना सीखती थी, क्योंकि उस समय लेग्पो क्षेत्र में सामा मदिरा गीत बहुत लोकप्रिय थे, सब लोग सामा मदिरा गीत गाने में बड़ी सी होड़ लगाते थे।"
20 सालों से पहले त्सेरिंग चोजोम की शादी किपा टाऊनशिप से माग्मांग टाऊनशिप में हुई। पर उस समय माग्मांग टाऊनशिप में सामा मदिरा गीत के गायक बहुत कम थे, अतः वे एक ऐसी मात्र गायका बन गयीं, जो चार पांच सामा मदिरा गीत गाने में कुशल थीं, इस से वे इसी क्षेत्र में एकदम विख्यत हो गयीं, साथ ही स्थानीय लोगों ने उन्हें श्यांगतांग नामक चीनी भाषी नाम भी दिया, इस नाम का भावार्थ है काफी अच्छा। आज वे इसी नाम से अत्यंत नामी हैं, टाऊनशिप के स्थानीय वासी उन्हें इसी चीनी भाषी नाम से पुकारते आये हैं।
अब माग्मांग टाउनशिप में यदि कोई परिवार शादी व्याह या जशन मनाने की गतिविधि आयोजित करता है, तो उन्हें अवश्य ही गीत गाने पर आमंत्रित किया जाता है। यदि कोई पर्यटन ग्रुप माग्मांग टाउनशिप आता है, तो स्थानीय गाइड भी सामा मदिरा गीत गाने पर उन्हें बुला लेता है, ताकि पर्यटकों को शुद्ध मनपा जातीय संस्कृति का आभास दिया जा सके।
त्सेरिंग चोजोम आम दिनों में अपने अवकाश के समय पडोसियों व मित्रों को सामा मदिरा गीत सीखाने में व्यस्त हैं। लेकिन सामा मदिरा गीत का राग बहुत लम्बा है, और तो और मनपा जाति को अपनी लिपि का अभाव होने की वजह से बहुत ज्यादा गीत याद रखना भी मुश्किल हैं। इसलिये इसी प्रकार वाले गीत का विरासत में ग्रहण करना मात्र जुबान पर निर्भर ही है। त्सेरिंग चोजोम ने कहा कि टाऊनशिप में हालांकि स्थानीय लोग सामा मदिरा गीत सुनना पसंद करते हैं और कुछ लोगों को ऐसे गीत का कुछ अंश गाना भी आता है, पर सुचारु रुप से पूरा गीत गाने में सक्षम लोग बहुत कम हैं। इसकी चर्चा में त्सेरिंग चोजोम ने कहा:
"सामा मदिरा गीत लम्बा राग होने से सीखना कठिन है। गायक को काफी बेहतर आवाज की जरूरत भी है, नहीं तो वह लम्बे समय तक गीत गाने में असमर्थ हो सकता है। मैंने पहले श्रम करते समय मित्रों को सामा मदिरा गीत सीखाने की कोशिश की, कभी कभार गीत के बोल याद रखना उन के लिये कोई मुश्किल काम नहीं है, पर वे सही राग से गाने में सक्षम नहीं हैं और जलदी से भूल जाते हैं।"