लेग्पो क्षेत्र दक्षिण पश्चिम चीन के तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के लोका प्रिफेक्चर की चोना कांऊटी में स्थित है । पहाड़ों, नद नदियों, जंगलों और घास मैदानों से घिरे इस क्षेत्र का प्राकृतिक दृश्य अपनी विशेष पहचान बना लेता है, इस अद्भुत दर्शनीय क्षेत्र में मनपा और तिब्बती दोनों अल्पसंख्यक जातियां पीढ़ी दर पीढ़ी मेलमिलापपूर्वक साथ साथ रहती आयी हैं। आजके इस ईलेख में हम आप को लेग्पो के माग्मांग टाऊनशिप के जीवन दृश्य और स्थानीय रहन सहन को महसूस करने ले चलते हैं। आपकी सेवा में मनपा जातीय सामा मदिरा गीत की गायका त्सेरिंग चोजोम की कहानी सुनाने जा रहे हैं ।
गायिका त्सरिंग चोजोम से हमारी पहली मुलाकात लेग्पो के मागमांग टाऊनशिप में जौ के एक खेत पर हुई । एक दिन जब हम स्थानीय लोगों के साथ बातचीत कर रहे थे , तो अचानक गीत की बड़ी मधुर आवाज ने हमारा ध्यान एकदम अकर्षित कर दिया । इस गीत की धुन परम्परागत तिब्बती गीतों से बिलकुल अलग है, लयबद्ध स्वर अत्यंत नशीला लगता है । स्थानीय लोगों ने हमें बताया कि यह मनपा जाति का विशेष लोकप्रिय लोक गीत है, वह सामा मदिरा गीत के नाम से जाना जाता है। सुरीली आवाज का आनन्द उठाते हुए हम जौ के उस खेत के पास पहुंच गये, फिर देखा कि एक प्रौढ़ महिला खेत में काम करते हुए मुक्त कंठ से गीत गा रही थी।
गीत गाने वाली महिला असल में मनपा जाति के मदिरा गीत की प्रसिद्ध गायका त्सेरिंग चोजोम ही है । इस वर्ष वे 45 साल की हैं, पर देखने में बड़ी जवान लगती है। साल भर में खेतों में खेतीबाड़ी करने की वजह से उन का लाल रंग गेहुआं हो गया, दो बड़ी बड़ी आंखें चमक दमक दिखाई देती हैं। वे हमारे साथ बातचीत करने में थोड़ा बहुत शर्मिंदा नहीं हैं और गीत गाते समय चेहरे पर मुस्कान नजर आती है , देखने में वे बड़ी आत्मविश्वसनीय हैं । यह देखकर हमें बड़ा आश्चर्य हुआ, क्योंकि काफी ज्यादा स्थानीय लोग हमारे साथ बातचीत करने में बहुत संकोची दीखते हैं । वीडियो, कैमरे जैसे इंटरव्यू साज सामान देखकर उन्होंने हमें अपने घर पर आमंत्रित कर दिया और हम से कहा कि वे शानदार मनपा जातीय पोशाक पहनकर इंटरव्यू देना और सामा मदिरा गीत गाना चाहती हैं ।