हान होंग तो गायिका का चीनी नाम है, उनका एक मीठा तिब्बती नाम भी है गेसांग चोमा। बचपन में वह तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में रहती थी। बाद में तिब्बत से भीतरी इलाके में रहने लगी। तिब्बत में ज्यादा लम्बा समय न बिताने के बावजूद उनके दिल में तिब्बत के लिए हमेशा विशेष स्थान होता है। तिब्बती पोशाक पहनना और चानपा पकवान खाना उनकी आदत भी है। तिब्बत के प्रति उन्हें असीम प्यार है। हान होंग कभी-कभी इस प्रकार की भावना को अपनी रचनाओं में शामिल करती हैं। आज के इस कार्यक्रम की समाप्ति के पूर्व आप सुनिए हान होंग का एक और गीत। नाम है《वापसी》। इसमें जन्मभूमि तिब्बत के प्रति गायिका की याद और प्रेम वाली भावना ही नहीं, दिल की स्वच्छता व शुद्धता की खोज भी जाहिर हुई।
गीत के बोल इस प्रकार हैं:ऊंचे ऊंचे बर्फीले पहाड़
देख रहा है तुम्हारा बच्चा
वापस लौट रही है वह
दूर उड़ने वाले जंगली हंस की तरह
मैं पूछना चाहती हूँ ईगल
क्या तुम मेरी याद करते हो
मैं यालुचांगबू नदी के पानी से पूछना चाहती हूँ
क्या तुम मेरी याद करते हो
मैं पूजा करने वाली दादी मां से पूछना चाहती हूँ
क्या तुम मेरी याद करती हो
जाशिदेलह, मैं शुभकामनाएं देना चाहती हूँ
मेरी जन्मभूमि को
मैं शुभकामनाएं देना चाहती हूँ
मेरी प्रिय मां को