एक तिब्बती गायिका के रूप में हान होंग अपनी जन्मभूमि के लिए गाती हैं। उनकी नज़र में तिब्बत बहुत सुन्दर है और प्यारा भी। हर बार अपनी जन्म भूमि की याद आते ही, उन्हें तिब्बती घी, जौ की शराब, ऊंचे पहाड़ और स्नेहपूर्ण स्थानीय लोग नज़र आने लगते हैं। तिब्बत की सभी चीज़ें उनको आकर्षित करती हैं, इसलिए वे हमेशा अपनी जन्म भूमि के लिए गाती हैं।
दोस्तो, हान होंग एक गायिका ही नहीं, वे गीत के बोल और संगीत की धुन रचने में भी निपुण हैं। वर्ष 1998 में उन्होंने अपना पहला एलबम लांच करने से पहले, वे अधिकतर मशहूर चीनी गायक-गायिकाओं के लिए गीत लिखती थी, और उनकी रचनाओं को कई बार राष्ट्र स्तरीय प्रतियोगिताओं में पुरस्कार भी मिले। हान होंग की रचनाएं बहुत सरल हैं और सदिच्छापूर्ण। वे कभी कभार जातीय संगीत और पॉप म्यूजिक को मिलाकर रचना करती हैं। इसलिए उनकी रचनाएं आधुनिक वातावरण में जातीय रीति रिवाज़ भी दिखाती हैं। आगे आप सुनिए《चाय घोड़ा प्राचीन मार्ग》नामक गीत। यह उनकी प्रमुख रचनाओं में से एक है।
चाय घोड़ा प्राचीन मार्ग दक्षिण पश्चिमी चीन में एक प्राचीन व्यापारिक रास्ता है, जिसकी शुरूआत लगभग सातवीं शताब्दी में हुई थी। यह वर्तमान में विश्व में ज्ञात सबसे उंचा व खतरनाक रास्ता है। प्राचीन समय में इस मार्ग के जरिए चीन के भीतरी इलाके से चाय, चीनी, नमक आदि जीवन के लिए आवश्क चीज़ें तिब्बत में पहुंचायी जाती थी, जबकि तिब्बत से वहां के घोड़े, गाय और भेड़ भीतरी इलाके में लायी जाती थी। इसलिए लोग चाय घोड़ा प्राचीन मार्ग कहते हैं। वर्ष 2002 में हान होंग ने अपनी संगीत रचना के लिए तिब्बत का दौरा किया । उन्होंने अपने जन्म स्थान में इसी प्राचीन मार्ग को देखकर यह गीत रचा ।
गीत के बोल कुछ इस प्रकार हैंसफेद बादल पहाड़ों के बीचों-बीच बहते हैं
स्वच्छ पानी बहता है
उक़ाब आकाश में उड़ते हैं
मां की मुस्कुराहट की आवाज़ इस प्राचीन मार्ग में गूंजती है
दूर की तरफ से घोड़ा आ रहा है ,
पहाड़ी कमल के साथ गाता है
यह रहस्यमय मार्ग है
तिब्बती लोगों की यादों में प्राचीन मार्ग