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बर्फीले पर्वत की तलहटी में किताब पढ़ने की आवाज
2012-09-04 20:48:22

हालांकि तिब्बती भाषा तिब्बती बंधुओं की मातृभाषा है, पर चीनी भाषा की ही तरह तिब्बती भाषा में बोलियों व मानक भाषा का अंतर मौजूद है, इसे ध्यान में रखकर तिब्बती भाषा की पढाई में प्रचलित मानक तिब्बती भाषा सीखना अत्यावश्यक है।

इशिडोगी ने इस का परिचय देते हुए कहा कि निर्धारित शिक्षा सिद्धांत के अनुसार यातिन गांव का प्राईमरी स्कूल एक पूर्वस्कूल कलास का मात्र ही था, पर यह गांव टाऊनशिप कस्बे से 37 किलोमीटर दूर है , रास्ता भी ऊबड़ खाबड़ है, इसलिये पूर्वस्कूली कलास से दूसरी कलास तक का यह प्राईमरी स्कूल आरक्षित हो गया है। शिक्षा की गुणवत्ता को सुनिश्चित बनाने के लिये आइंदे टाऊनशिप कस्बे के प्रमुख प्राईमरी स्कूल को बोर्डिंग स्कूल का रुप दिया जायेगा, ताकि पहली व दूसरी कलास इसी बोर्डिंग स्कूल में स्थानांतरित की जाये। ताउ छंग कांऊटी के शिक्षा ब्यूरो के प्रधान इशिडोगी ने कहा:"आगे से हम निर्धारित शिक्षा योजनानुसार एक कांऊटी शहरी मिडिल स्कूल और आधुनिक शिक्षा मापदंड के आधार पर हमारे शहरी प्राईमरी स्कूलों को बखूबी अंजाम देंगे। इस के अलावा समूचे कांऊटी शहर के आसपास की ऊंचाई पर स्थित क्षेत्र को तुंगई, कुंगलिंग और ताउ पा इन तीनों क्षेत्रों में बांटा जायेगा, इन तीनों क्षेत्रों में केंद्रित रुप से तीन प्रमुख बोर्डिंग स्कूल स्थापित किये जायेंगे, फिर श्रेष्ठ अध्यापकों व सब से समुन्नत साज सामानों को इन तीन क्षेत्रीय स्कूलों में आकर्षित किया जाएगा।"

उक्त निर्धारित शिक्षा योजना का उद्देश्य है कि जातीय क्षेत्रों के बच्चे और बढ़िया शिक्षा संसाधन का अच्छी तरह उपभोग करें। इसलिये कांऊटी शहर में एक प्रमुख प्राईमरी स्कूल , एक प्रमुख मिडिल स्कूल का निर्माण किया जायेगा। साथ ही सभी टाऊनशिप कस्बों को तीन क्षेत्रों में विभाजित किया जायेगा, फिर विभाजित क्षेत्रों के केंद्रीय स्थल पर तीन प्रमुख बोर्डिंग स्कूल स्थापित किये जायेंगे।

ताउ छंग कांऊटी शहर समुद्र सतह से तीन हजार सात सौ 50 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, यह ऊंचाई ल्हासा से भी अधिक है। अतः टाऊनशिपों और कस्बों तक जाने के लिये पर्वतों व खाइयों को पार करना पड़ता है, यातायात अत्यंत कठिन है, और तो और अब स्कूल भी जगह जगह पर बिखरे हुए हैं। बच्चों के स्कूल जीवन को महसूस करने के लिये हम सोमवार की सुबह ताउ छंग कांऊटी शहर से करीब दस किलोमीटर दूर फांग हो टाऊनशिप प्राईमरी स्कूल गये।

फांग हो प्राईमरी स्कूल के छात्र तिब्बती भाषा की कक्षा में हैं, गेहुंएं रंग का एक एक चेहरे पर संजीदा व ध्यानमग्न भाव नजर आता है, वे मुक्त कंठ से पाठ पढ़ रहे हैं। इस स्कूल के प्रभारी का नाम ताउतंग भी है और वे तिब्बती बंधु भी हैं। प्रभारी ताउतंग के तंदुरुस्थ बदन से खांगपा पुरुष का गौरव दिखाई देता है। इस स्कूल में एक सफेद दो मंजिली शिक्षण इमारत है, छात्रों के कलास रुम व अध्यापकों की दफ्तर इसी इमारत में है, इस के अवाला एक पंक्ति में खड़े कई कमरे भी हैं, इन कमरों में अध्यापक व छात्र रहते हैं। शिक्षण इमारत के सामने बास्केटबाँल कोर्ट पर कुछ छात्र बास्केटबाँल खेल रहे हैं। हमारे संवाददाता ने इस स्कूल के प्रभारी के साथ बातचीत की:

संवाददाताः क्या यह समूचे टाऊनशिप का प्राईमरी स्कूल है?

प्रभारीः ठीक है, एक टाऊनशिप में सिर्फ एक ही प्राईमरी स्कूल है।

संवाददाताः तो दूर रहने वाले छात्र स्कूल में रहते हैं?कुल कितने छात्र स्कूल में रहते हैं?

प्रभारीः केवल 34 हैं, क्योंकि स्कूल में कुल 34 बिस्तर हैं।

संवाददाताः तो फिर बाकी छात्रों को दिन में आना जाना पड़ता है?

प्रभारीः जी हां, दिन में आना जाना पड़ता है, कुछ छात्र आस पास के रिश्तेदारों के घर में रहते हैं। कुछ छात्र यहां से 7.5 किलोमीटर की दूरी पर रहते हैं, ऐसे छात्र स्कूल में रह सकते हैं, जबकि पांच किलोमीटर से कम दूरी पर रहने वाले छात्रों को दिन में आना जाना पड़ता है।

फांग हो टाऊनशिप स्तरीय प्राईमरी स्कूल एक संपूर्ण प्राईमरी स्कूल है, पूर्वस्कूली कलास और पहली कलास से छठी कलास तक समेत कुल सात कलासों का बंदोबस्त है, कुल 17 अध्यापक भी हैं। स्कूल के प्रभारी ताउ तंग बड़े उत्साह के साथ हमें अध्यापकों की दफ्तर ले गये।

संवाददाताः इस स्कूल का निर्माण कब हुआ?

प्रभारीः सन 1959 में।

संवाददाताः काफी पुराना है। ये चित्र किस के हैं?

प्रभारीः सम्पर्क इकाइयां हैं।

संवाददाताः सम्पर्क इकाइयां हैं?मतलब है कि वे कुछ सहायता देती हैं?

प्रभारीः बिलकुल।

संवाददाताः क्या इस चित्र में वे रजाई बांटते हुए दिखायी देते हैं?

प्रभारीः ठीक है, उन्होंने बोर्डिंग छात्रों को रजाइयां बांट दी हैं।

संवाददाताः यह बस्ता देने का दृश्य है?लगता है कि सहायता देने वाली इकाइयां काफी अधिक हैं, क्या क्या इकाइयां हैं?

प्रभारीः ये ताउ छंग कांऊटी के उप प्रधान श्याओ हैं, वे शिक्षा का दायित्व संभालते हैं, यह परिवार नियोजन कमेटी है, वह इलेक्ट्रिक कम्पनी है, यह कांऊटी संगठन विभाग के उप प्रधान हैं।

संवाददाताः ओहो, सभी ताउ छंग कांऊटी की हैं?

प्रभारीः जी हां, सब ताउ छंग कांऊटी की हैं।

प्रभारी ताउतंग ने परिचय देते हुए कहा कि इस स्कूल के अधिकतर गरीब छात्र एकल अभिभावक परिवारों के हैं, छात्रों की पढ़ाई और बोर्डिंग फीस सरकार उठाती है, स्कूली वर्दी भी विभिन्न सामाजिक जगतों ने चंदे के रुप में दिये हैं। फांग हो टाऊनशिप प्राईमरी स्कूल में 1959 में अपनी स्थापना से लेकर आज तक तिब्बती व चीनी द्विभाषाओं की पढाई की जाती है, अब स्कूल में केवल दो अध्यापक तिब्बती भाषा पढाते हैं, प्रभारी ताउतंग को उम्मीद है कि शिक्षा ब्यूरो नार्मल स्कूलों के स्नातकों में से और कुछ भेजेगा।

संवाददाताः यह क्या फार्म है?

प्रभारीः पांच दर फ़ार्म।

संवाददाताः परिचय दीजिये।

प्रभारीः यह स्कूल भरती दर है, यह दर 99 प्रतिशत तक पहुंच गयी है। यह स्कूल से वंचित दर है, शून्य वंचित दर है, स्कूल से वंचित होने वाला कोई नहीं है। यह समापन दर है।

संवाददाताः मतलब है स्नातक दर ?

प्रभारीः यह शिक्षा दर है, सौ प्रतिशत की है। वह निरक्षरता दर है।

संवाददाताः निरक्षरता दर शून्य की है।

फांग हो प्राइमरी स्कूल के प्रभारी ताउ तंग ने कहा कि प्राईमरी स्कूल के सभी स्नातक कांऊटी शहर के मिडिल स्कूल में भरती होकर नौ वर्ष की अनिवार्य शिक्षा पूरी करते हैं। पर मिडिल स्कूल की शिक्षा पूरी करने के बाद सिर्फ कम छात्र हाई स्कूल में भरती हो सकते हैं। इसलिये खांगतिंग स्वशासन प्रिफेक्चर की राजधानी खांगतिंग में हाई सकूल में भरती बच्चों के निकट भविष्य का लक्ष्य ही है। पर बच्चों के मन में और अधिक दीर्घकालिक लक्ष्य भी संजोये हुए हैं।

संवाददाताः तुम किस कलास में हो?

बच्चाः तीसरी कलास।

संवाददाताः तुम्हारा नाम क्या है?

बच्चाः लोरुंगकानतान।

संवाददाताः आप सब तीसरी कलास के हैं?

बच्चाः वह नहीं है, वह दूसरी कलास में है।

संवाददाताः तुम ने यह क्या पहना है?

बच्चाः लाल स्कार्फ, हम पायोनियर हैं।

संवाददाताः अच्छा, पायोनियर है, तुम बड़ा होने के बाद क्या बनना चाहते हो?

बच्चाः वैज्ञानिक।

संवाददाताः बहुत खूब। और तुम?

बच्चाः पुलिस बनुंगा।

संवाददाताः तुम क्या बनोंगे?

बच्चाः डाक्टर बनूंगा।

संवाददाताः और तुम बड़ा होने के बाद क्या काम करना चाहते हो?

बच्चाः मैं अध्यापक बनना चाहता हूं।

संवाददाताः आइये, इधर आइये, मेरे साथ एक तस्वीर ले लो।

बच्चों का आदर्श उन के खिले हुए चेहरों जितना प्यारा है, जबकि वे ताउ छंग कांऊटी, कानची प्रिफेक्चर यहां तक कि समूचे जातीय क्षेत्रों का भविष्य ही हैं। जैसा कि ताउ छंग कांऊटी के शिक्षा ब्यूरो के प्रधान इशिडोगी ने कहा है कि शिक्षा नीव ही नहीं, भविष्य भी है। उनका कहना है:"हमारे जातीय क्षेत्रों, यहां तक कि समूचे देश में शिक्षा प्रमुख है, शिक्षा राष्ट्र के विकास और सामाजिक प्रगति का आधारशिला है, राष्ट्रीय गुणवत्ता की उन्नति और मानवों के संपूर्ण विकास को बढ़ावा देने का मूल रास्ता भी है। इधर सालों में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की केंद्रीय कमेटी और राज्य परिषद ने जातीय क्षेत्रों का बड़ा ख्याल रखी है और बड़ी तादाद में धनराशि भी लगायी है। हमारे सछ्वान प्रांत ने 2000 से एक दस सालाना कार्यवाही कार्यक्रम शुरु कर दिया है। इस वर्ष हम ने इस दस सालाना कार्यवाही कार्यक्रम का दूसरा चरण कर दिया है, इस कार्यक्रम के जरिये हम शिक्षा का संतुलित व युक्तिसंगत विकास करने और शहरों व गांवों के बीच अंतर को समाप्त करने का लक्ष्य प्राप्त कर देंगे।"


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