ब्रिक देशों के नेताओं के बीच पहली वार्ता 2009 के जून में हुई थी। उस समय दक्षिण अफ्रीका ब्रिक देशों की सहयोग व्यवस्था में शामिल नहीं था। ब्राजील, रूस, भारत, चीन चार ब्रिक देशों के नेताओं ने रूस में पहली भेंटवार्ता की। वार्ता के बाद चार देशों के नेताओं ने संयुक्त वक्तव्य जारी करके लंदन में जी-20 वित्तीय शिखर सम्मेलन में प्राप्त सहमति का कार्यान्वयन करने और अंतरराष्ट्रीय व्यापार व पूंजी निवेश पर्यावरण को सुधारने की अपील की। साथ ही उन्होंने अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थाओं का सुधार करने और उभरते बाजारों व विकासशील देशों के अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थाओं में बोलने का अधिकार व प्रतिनिधित्व को बढावा देने का वादा भी किया गया है।
2010 के अप्रैल में ब्रिक देशों के नेताओं ने ब्राजील में दूसरी भेंटवार्ता की। बैठक के बाद चार देशों के नेताओं द्वारा जारी संयुक्त वक्तव्य में वैश्विक आर्थिक परिस्थित, अंतरराष्ट्रीय वित्तीय व्यवस्था का सुधार आदि मामलों पर चार देशों का रुख स्पष्ट किया गया।
2010 के नवंबर में जी-20 के नेताओं ने दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में सम्मेलन बुलाया। दक्षिण अफ्रीका ने इस सम्मेलन के दौरान ब्रिक देशों की सहयोगी व्यवस्था में शामिल करने का आवेदन किया।
2010 के दिसंबर में ब्रिक देशों ने दक्षिण अफ्रीका को ब्रिक देशों की सहयोग व्यवस्था में शामिल कराने पर सहमति दी।
(नीलम)