क्वांग चो के मशहूर दृश्य स्थल बाइ युन पहाड की तलहटी में युन ताइ उद्यान स्थित है ,जो देश में पूर्वी व पश्चिनी शालियों से ओतप्रोत हुआ सब से बडा उद्यान है ।उद्यान में अमरीकी शहर लोस एंजेलस ,जापानी शहर फुकुओका ,जर्मन शहर फ्रेंकफर जैसे क्वांग चो के मैत्रीपूर्ण शहरों द्वारा प्रस्तुत उपहार दिखाई देते हैं ,जो क्वांग चो और विश्व जनता की मैत्री प्रतिबिंबित करते हैं ।
वर्ष 1979 में क्वांग चो जापानी शहर फुकुओका के साथ प्रथम अंतरराष्ट्रीय मैत्री शहर के संबंध की स्थापना की ।एक ऐतिहासिक गवाह के नाते क्वांग चो म्युनिसिपल वैदेशिक मामले आफिस के रिटार्यड कार्यकर्ता छैइ सोंग इंग ने इस घटना की चर्चा करते हुए कहा ,उस सयम फुकुओका के विभिन्न पक्षों के ग्रुपों ने क्वांग चो की यात्रा की थी ।तत्कालीन फुकुओका के मैयर शिनडो काजुमा को क्वांग चो के साथ मैत्रीपूर्ण शहर संबंध की स्थापन करने के बाद मतदाताओं में काफी लोकप्रियता मिली ।
मैत्रीपूर्ण शहर बनने के बाद क्वांग चो और फुकुओका के बीच आवाजाही काफी हद तक बढ गयी ।वर्ष 1980 में क्वांग चो ने फुकुओका को दो पैंडा उधार दिये ,जिस से फुकुओका में पैंडा की गरमा पैदा हुई ।वर्ष 1981 में फुकुओका ने क्वांग चो युए शो पहाड इलाके में चिन इंग नामक मनोरंजन पार्क स्थापित किया ,जो चीन में स्थापित पहला आधुनिक मनोरंजन पार्क है और जिस के उपकरण उस समय सब से प्रगतिशील है ।तीसेक वर्षों में क्वांग चो और फुकुओका ने अर्थव्यवस्था ,व्यापार ,संस्कृति ,शिक्षा ,विज्ञान व तकनीक जैसे क्षेत्रों में व्यापक सहयोग किया ।
फुकुओका की सुश्री चिबा युकिको ने दो शहरों के मैत्रीपूर्ण संबंधों को बढाने के लिए बडा योगदान दिया ।तीस वर्षों में वे चीन जापान मैत्रीपूर्ण आवा जाही में समर्पित रही ।लगभग हर साल वे जापान के विभिन्न नागरिक संगठनों व सरकारी विभागों के प्रतिनिधि मंडल को लेकर क्वांग चो की यात्रा की ।मैत्रीपूर्ण शहरों की भूमिका की चर्चा करते हुए उन्होंने चीनी भाषा में हमारे संवाददाता को बताया ,नेताओं समेत हमारे दृष्टिकोण का विस्तार हुआ है ।क्वांग चो के जरिये हमें पूरे चीन के बारे में जानकारी प्राप्त हुई है ।
फुकुओका के साथ मैत्रीपूर्ण शहर बनने के बाद क्वांग चो ने लगातार अमरीका की लोस एंजेलस ,फिलिपीन्स के मनीला ,कना़डा के वानकूवर ,आस्ट्रेलिया के सिडनी समेत 21 शहरों के साथ मैत्रीपूर्ण शहर के संबंध की स्थापना की ।चालू साल क्वांग चो ताइलैंड के बैंकाक के साथ मैत्रीपूर्ण शहर के संबंध की स्थापना के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे ।
वर्ष 2002 से हर साल क्वांग चो म्युनिसिपल सरकार कुछ आम नागरिकों के ग्रुपों का गठन कर विभिन्न मैत्रीपूर्ण शहरों को भेजेगी ।क्वांग तुंग संगीत मंडल की सुश्री पेन छेन छेन ने ऐसे ग्रुपों के जरिये क्वांग चो के कई मैत्रीपूर्ण शहरों की यात्रा की थी ।उन्होंने कहा कि क्वांग चो इन मैत्रीपूर्ण शहरों से बहुत सीख सकता है ।उन्होंने कहा ,अगर हम उन शहरों से सीखना चाहते हैं ,तो सब से पहले उन के पर्यावरण संरक्षण की चेतना सीखनी चाहिए ।पर्यावरण संरक्षण पर उन शहरों के नागरिकों चेतना बहुत मजबूत है ।उदाहरण के लिए वे कचरों के वर्गीकरण पर बडा ध्यान देते हैं ।
तीस वर्षो में क्वांग चो अपने अंतरराष्ट्रीय मैत्रीपूर्ण शहरों के साथ पर्यावरण संरक्षण ,संस्कृति ,विज्ञान व तकनीक ,शहर के निर्माण व पर्यटन जैसे विभिन्न क्षेत्रों में पारस्परिक यात्रा व आवाजाही और परियोजनाओं के सहयोग को बढाता रहा ,जिस से क्वांग चो शहर के आर्थिक निर्माण व सामाजिक विकास को बढावा मिला ।
शहर के विकास और वैदेशिक आवाजाही का अध्ययन करने वाले डाक्टर ली योंग निंग के विचार में मैत्रीपूर्ण शहरों के तंत्र और मैत्रीपूर्ण शहरों के संसाधन का साझा उपभोग भविष्य में शहरों के बीच नेटिकरण के विकास का एक रूझाव व नमूना भी है ।एक लंबे अरसे तक क्वांग चो के विकास का लाभ बना रहेगा ,क्योंकि वह चीन और विदेशों के बीच एक महत्वपूर्ण पुल है ।उन्होंने कहा ,अनेक अंतरराष्ट्रीय मैत्रीपूर्ण शहर क्वाग चो को चीन के विशाल बाजार में प्रवेश करने का द्वार देखते हैं ,जिस से उन को विशिष्ट लाभ मिलते हैं ।इस दौरान क्वांग चो एक पुल की भूमिका निभाता है ।
मैत्रीपूर्ण शहरों के साथ संबंध बनाए रखने में क्वांग चो को बडी उपलब्धियां प्राप्त कीं ,जो देश में अग्रसर रहता है ।वर्ष 2005 में चीनी जन वैदेशिक मैत्री संघ ने चीनी अंतरराष्ट्रीय मैत्रीपूर्ण शहर कार्य में क्वांग चो के योगदान के लिए उसे सम्मानित किया ।वर्ष 2008 में चीनी जन वैदेशिक मैत्री संघ और चीनी अंतरराष्ट्रीय शहर संघ ने क्वांग चो को मैत्रीपूर्ण शहरों की आवाजाही व सहयोग इनाम प्रदान किया ।