पांच साल पहले शांगहाई विश्व मेले के उद्यान के निर्माण के लिए कुछ स्थानीय लोगों को अपने घर स्थानांतरित करने पड़े थे। पांच साल बाद अपने पुराने घरों की स्थान की यात्रा करने पर उन्हें कैसा महसूस हुआ होगा? चाचा चिन आज हमें बताएंगे।
"प्रिय दोस्तो, नमस्कार। 2010 शांगहाई विश्व मेले का दौरा करने के लिए आप का हार्दिक स्वागत है।"
अगस्त माह के एक दिन सुबह, चाचा चिन, चाची श्यू और उन का 20 वर्षीय बेटा शांगहाई विश्व मेले का दौरा कर रहे थे। उन की मनोदशा अन्य दर्शकों से थोड़ी अलग थी, क्योंकि वे इस जगह पर कई दशकों से रह रहे थे और इस ज़मीन से उन का भावत्मक लगाव है। चाचा चिन ने कहाः
"शांगहाई मामला मंडप हमारे पुराने घर की जगह पर ही निर्मित हुआ है। हमें इस पर गर्व है। इसलिए हम अपने बेटे को लेकर इस मंडप को और अपने पुराने घर की जगह को देखने के लिए आए हैं।"
चाचा चिन का बेटा विश्वविद्यालय में अपनी पढ़ाई में व्यस्त था, इसलिए उसे विश्व मेले का दौरा करने का समय नहीं मिल पाया। गर्मियों की छुट्टियों में वह माता-पिता के साथ यहां विश्व मेला देखने आया है और उस ने इसा का खूब आनंद उठाया।
शांगहाई विश्व मेले उद्यान का क्षेत्रफल 5.28 वर्ग-किलोमीटर है। इस के निर्माण के लिए कुल 18 हज़ार निवासियों और 272 उपक्रमों का स्थानांतरण किया गया। यह शांगहाई के इतिहास में सबसे बड़ी संख्या में स्थानांतर योजना रही है और विश्व मेले के 150 से अधिक वर्षों के इतिहास में अभूतपूर्व निर्माण परियोजना है। स्थानीय निवासियों के समर्थन के लिए शांगहाई नगरपालिका ने विश्व मेले के उद्घाटन से पहले सभी निवासियों को विशेष उपहार दिए, जिनमें एक आभार-पत्र, एक स्मारक परिवहन कार्ड, विश्व मेले का एक टिकट, एक मानचित्र और एक शुभंकर का बिल्ला शामिल हैं।
उपहार की चर्चा पर चाची श्यू बहुत खुश हैं, क्योंकि अन्य शांगहाई निवासियों की तुलना में उन्हें और ज्यादा उपहार मिले हैं। उन्होंने कहाः
"शांगहाई विश्व मेले के लिए हमने अपने घर का स्थानांतरण किया है। हमें धन्यवाद देने के लिए सरकार ने हमारी तरह के सभी निवासियों को विश्व मेले का एक और टिकट दिया है। हमारे परिवार में तीन लोग हैं। इसलिए हमें विश्व मेला देखने के लिए सिर्फ एक टिकट और खरीदना पड़ेगा।"
बेटे और पति के चेहरे पर खुशी देख कर चाची श्यू ने पांच साल पहले की याद करते हुए कहाः
"जब मैंने घर स्थानांतरण की बात सुनी, मैं बहुत खुश थी। क्योंकि मुझे लगता था कि नए मकान में रहने की स्थिति काफी अच्छी होगी।"
लेकिन चाचा चिन को ऐसा नहीं लगा। वे अपना कई दशक पुराना घर छोड़ना नहीं चाहते थे और उन्हें लगता था कि पुराने घर की जगह सुविधाजनक है। परिजनों के समझाने के बाद चाचा चिन मकान और जगह बदलने पर तैयार हुए। इस तरह, चाचा चिन का परिवार एक साथ विश्व मेला नामक नए मकान में स्थानांतरित हुआ और नए मकान का उन्हें लाभ भी मिला है। अब वे सचमुच बहुत खुश हैं।
"मकान की स्थिति पहले से अच्छी है और मकान के पास का वातावरण भी अच्छा है।"
चाचा चिन ने शांगहाई विश्व मेले में अपने घर की जगह पर बने मंडप में जा कर उस जगह की गर्माहट और अपनी भावना महसूस की। वे हर दिन विश्व मेले के बारे में नई-नई खबरें सुनाते थे और एक दिन अपनी पत्नि व बेटे के साथ विश्व मेला देखने की इच्छा रखते थे। आज उन की इच्छा पूरी हो गई है। उन्हें अपने पुराने घर के स्थान पर निर्मित शांगहाई मामला मंडप सबसे पसंद हैं। चाची श्यू ने कहाः
"सभी यात्री मशहूर मंडप देखना चाहते हैं। लेकिन हमारा विचार थोड़ा अलग है। हम अपने पुराने घर के स्थान पर निर्मित शांगहाई मामला मंडप देखना चाहते हैं।"
शांगहाई मामला मंडप का विषय पारिस्थितिकी निर्माण और खुशी भरा जीवन है। यहां के गाईड ली तोंगपिन अक्सर चाचा चिन की तरह के निवासियों से मिलते हैं। उन्होंने कहाः
"वे पहले यहां बहुत लंबे समय तक रहते आए थे और इस ज़मीन से इस जगह से उन्हें भावात्मक लगाव है, जो अब भी है। अब इस जगह पर दर्शकों को चीनी-विदेशी हाई टेक और पारिस्थितिकी व पर्यावरण संरक्षण आदि की उपलब्धियां दिखाई जा रही हैं, वे बहुत खुश हैं।"
ली तोंगपिन ने कहा कि शांगहाई मामला मंडप में यहां से स्थानांतरित हुए सभी निवासियों का स्वागत है। मंडप में लोग हमारे भविष्य के सुन्दर व सुविधाजनक जीवन की झलक ज़रूर देखेंगे। हमारा जीवन अच्छा होता जा रहा है।