दोस्तो, जब आप शांगहाई विश्व मेले के सी. ब्लॉक में स्थित अमरीकी महाद्वीप प्रदर्शन क्षेत्र में प्रवेश करते हैं, तो एक हरित घास का मैदान व एक रंगबिरंगा पतंग-वन नज़र आता है। वह मैक्सिको भवन है, जो विश्व मेले के उद्यान में सब से आसानी से पहचाना जा सकता है। मैक्सिको भवन के अखिल प्रतिनिधि एदुआर्दो सेल्दनेर ने परिचय देते हुए कहा कि मैक्सिको भवन चीनी संस्कृति से मेल खाने वाले विषय ढूंढ़ना चाहता है। साथ ही वह मैक्सिको की संस्कृति की विशेषताएं भी दिखाना चाहता है। इसलिये हमने दोनों देशों की जनता की समान पसंदीदा चीज़ पतंग चुनी है। उन्होंने कहा, पतंग के कई मतलब होते हैं। एक, वह बच्चों का एक खिलौना है। हमें आशा है कि शहर न सिर्फ़ काम करने का एक स्थान है, बल्कि वह लोगों के लिये एक मनोरंजन का स्थान भी है। इस के अलावा पतंग के पीछे ज्यादा ऊंचा उड़ने का मतलब भी होता है। हमें आशा है कि मानव का भविष्य ज्यादा से ज्यादा सुन्दर बन सकेगा।
मैक्सिको भवन में प्रवेश करके पर्यटकों मैक्सिको के इतिहास की नदी में तैरने लगते हैं। प्रदर्शन का पहला भाग अतीत का सिंहावलोकन है। तीन स्क्रीनों पर क्रमशः मैक्सिको के प्रागैतिहासिक शहर, कालोनी शहर व 19वीं शताब्दी के शहर का रूपरंग दिखायी पड़ता है। मैक्सिको भवन के प्रधान ने कहा कि मैक्सिको ऐसे देशों में से एक है, जहां मानव की सांस्कृतिक विरासतों की संख्या सब से अधिक है। वे सांस्कृतिक विरासतें मैक्सिको का प्रतीक हैं, जिससे संसार में मैक्सिको असाधारण बन गया है। इसलिये मैक्सिको हमेशा शहरों में संरक्षित सांस्कृतिक विरासतों की रक्षा अच्छी तरह से करता है। इस बार के विश्व मेले में मैक्सिको ने विशेष तौर पर स्वदेश से कुछ राष्ट्रीय सांस्कृतिक विरासतों को चीन में लाने का काम किया, जो पहले अपने देश से बाहर कभी नहीं गयीं थीं। सेल्दनेर ने कहा, मैक्सिको भवन में माया सभ्यता की द्योतक एक पत्थर की मूर्ति है। हमने उसे पंखवाला पुरुष कहा है। इस मूर्ति का इतिहास एक हजार वर्ष से ज्यादा लंबा है, जो माया सभ्यता का द्योतक है। हम बड़ी कोशिश से उस मूर्ति को मैक्सिको से चीन लाए, क्योंकि उस का इतिहास बहुत लंबा है, इसलिये वह आसानी से टूट सकती है। हम बड़ी मुश्किलों को दूर करके उसे चीन में लाए। यह भी पहली बार है कि हमने यह मूर्ति विदेश में लाकर प्रदर्शित की।
मैक्सिको भवन में सांस्कृतिक विरासतें रंगारंग हैं। माया सभ्यता का द्योतक पत्थर की मूर्ति के अलावा दोलोरेस वेदी है, जिस का इतिहास 1200 वर्ष से ज्यादा लंबा है। और सब से मूल्यवान् चीज मैक्सिको की महिला चित्रकार फ़्रीडा काहलो द्वारा बनायी गयी अपनी तस्वीर है। 20वीं शताब्दी के पूर्वार्ध में रहने वाली उस महिला चित्रकार ने महिला की दृष्टि से मैक्सिको की स्थानीय सभ्यता दिखाने वाले बहुत चित्र बनाये हैं। आज अपनी तस्वीर नामक उन का यह चित्र सोने से ज्यादा मूल्यवान् बन गया है।
भवन में शहर व मानव के प्रदर्शन क्षेत्र में कुल 40 स्तंभ खड़े हुए हैं, जिन पर बहुत मुखौटे रखे हुए हैं। उन मुखौटों की हैसियत व रुपरंग भिन्न-भिन्न हैं, और हर मुखौटे पर एक छोटी सी स्क्रीन लगी हुई है। पर्यटक मैक्सिको जनता का साधारण जीवन, परंपरागत संगीत, साहित्य तथा भोजन आदि से जुड़ा वीडियो इस पर देख सकते हैं। इस के प्रति सेल्दनेर ने परिचय देते हुए कहा कि मुखौटे पर मैक्सिको की परंपराएं छिपी हुई हैं। बहुत रस्मों में लोग मुखौटों का प्रयोग करते हैं। वह चीन की कुछ अल्पसंख्यक जातियों के रीति-रिवाज़ के बराबर है। उन्होंने कहा, हम ने कुल 40 मुखौटे लगाये, और उच्च तकनीक से वीडियो व मुखौटे से जोड़ा। लोग उन मुखौटों से विभिन्न कालों व विभिन्न स्थानों में मैक्सिको जनता के जीवन से जुड़े 40 दृश्य देख सकते हैं।
साधारण जीवन में मिर्च व टमाटर मैक्सिको जनता के सब से पसंदीदा खाद्य-पदार्थ हैं। मैक्सिको भवन के एक विशेष क्षेत्र में मैक्सिको का भोजन दिखाया गया है। सेल्दनेर ने कहा कि मैक्सिको का भोजन विश्व में सब से स्वादिष्ट खाद्यपदार्थों में से एक है। वह मैक्सिको की सभ्यता का प्रसार-प्रचार करने का सब से अच्छा दूत भी है। इस स्वादिष्ट भोजन के द्वारा मैक्सिको जनता के खुशी का जीवन प्रतिबिंबित किया जा सकता है। उन्होंने कहा, मैक्सिको कृषि उत्पादन का एक महत्वपूर्ण निर्यातक देश है। मैक्सिको के मिर्च व टमाटर सारी दुनिया में पहुंचते हैं। हम यह कल्पना भी नहीं कर सकते कि इटली के भोजन में मैक्सिको के टमाटर न हों। मैक्सिको उत्पादों की प्रतिस्पर्द्धा शक्ति सारी दुनिया में ध्यानाकर्षक है। चीन भी एक बड़ा बाजार है। बाद में मैक्सिको के कृषि उत्पाद भी चीन के सामान्य परिवारों में प्रवेश कर सकेंगे।
मैक्सिको भवन का अंतिम पड़ाव भविष्य की संभावना है। सेल्दनेर ने कहा कि मैक्सिको सरकार हमेशा शहर के अनवरत विकास पर बड़ा ध्यान देती है। मैक्सिको सिटी समुद्र की सतह से 2 हजार मीटर ऊंची है। पानी को ऐसी ऊंचाई पर पहुंचाना मैक्सिको सिटी का एक बड़ा मामला है। अधिकतर जलाशयों व पाइपों के निर्माण के अलावा हम जल किफ़ायत करने पर बल देते हैं। अब मैक्सिको में 20 प्रतिशत प्रयुक्त ऊर्जा पुनरुत्पादनीय ऊर्जा है। मैक्सिको सरकार ने नागरिकों को आराम करने व ज्यादा ऑक्सीजन प्राप्त करने के लिये शहर में घास के मैदान को बढ़ाने की योजना भी बनाई है। भविष्य के शहर में मानव को केंद्र बनना चाहिये। और शहर का लक्ष्य है लोगों द्वारा ज्यादा सुविधाजनक जीवन बिताना।(चंद्रिमा)