शांगहाई विश्व मेला, चीन और इटली के लिए विश्व सांस्कृतिक धरोहर के क्षेत्र में सहयोग का एक बेहतर अवसर है। शांगहाई विश्व मेले का नारा है बेहतर शहर बेहतर जीवन। मैं जब भी विश्व मेले परिसर में आता हूँ तो चीन के पैवेलियन में जरूर जाता हूँ। चीन के पैवेलियन में न केवल पुरातन सभ्यता को दिखाया गया है बल्कि भविष्य में शहर के व्यवस्थिकरण का भी नजारा है, जिसे देखकर मुझे आश्चर्य होता है। इसके अलावा, मुझे यह सुनकर भी काफी खुशी होती है कि इटली का पैवेलियन पर्यटकों के पसंदीदा पैवेलियनों में से एक बन गया है।
रिकार्डो जी ने कहा कि शहर लोगों के रहने की जगह है ,चाहे बङे शहर हो या छोटे,शहरी व्यवस्थिकरण के वक्त इस शहर की विशिष्टता की सुरक्षा पर बल देना चाहिए।
इटली ने बहुत सहजता के साथ पुरातन सांस्कृतिक धरोहर और आधुनिक शहर को जोडा है। इटली के अनेक शहर खुले हुए संग्रहालय की तरह है जिन्होंने सांस्कृतिक धरोहरों को बचाने के साथ-साथ लोगों के लिए आरामदायक जीवन भी प्रदान किया है। अगर इटली के अनुभव और चीन के शहरीकरण को एक साथ मिला दिया जाए तो वह लोगों के आरामदायक आवास का वातावरण प्रदान करेगा।
रिकार्डो जी ने कहा कि, सांस्कृतिक धरोहरों की सुरक्षा सभी लोगों की जिम्मेदारी है। चीन और इटली दोनों देश सांस्कृतिक धरोहर वाले देश है। दोनों देशों को इस क्षेत्र में लम्बी साझेदारी करनी चाहिए।
इधर कुछ सालों में चीन और इटली की सरकारों ने सांस्कृतिक धरोहरों की सुरक्षा और इसके मरम्मत के क्षेत्र में कई समझौते किए हैं। दोनों देशों के वास्तुकारों और निर्माणकर्ताओं के बीच आदान-प्रदान बहुत प्रगाढ है। इटली विश्वविद्यालयों के सांस्कृतिक धरोहरों की सुरक्षा के अनुभव को पूरे विश्व का सम्मान मिला है। इस संदर्भ में मैं आशा करता हूँ कि चीन और इटली के कॉलेजों के बीच आदान-प्रदान और प्रगाढ हो और इसका उपयोग दूसरे क्षेत्रों में भी किया जाए।