यह चाइना रेडियो इन्टरनेशनल है। श्रोता दोस्तो, वर्ष 2010 शांगहाई विश्व मेले की अवधारणा"कम कार्बन"है। कुछ दिन पहले शांगहाई म्युनिसिपल सरकार के संबंधित जिम्मेदार व्यक्ति ने कहा कि वर्तमान में"कम कार्बन वाले विश्व मेले"के विभिन्न कदमों ने प्रारंभिक उपलब्धियां हासिल कीं है। सुनिए एक रिपोर्ट
शांगहाई शहर के पर्यावरण संरक्षण ब्यूरो के उप प्रधान सुन च्येन ने जानकारी देते हुए कहा कि विश्व मेला उद्यान के डिज़ाइन, निर्माण और आयोजन के दौरान कम कार्बन वाले कदमों का सर्वतौमुखी तौर पर कार्यान्वयन किया गया है। मसलन् उद्यान में वृक्षा रोपन की दर पचास प्रतिशत से अधिक है, साठ प्रतिशत से अधिक सड़कें वास्तु निर्माण व इस्पात उत्पादन से बचे कचरे से बनायी गयी हैं। इनके अलावा विश्व मेला उद्यान में स्वच्छ ऊर्जा व पुनरुत्पादनीय ऊर्जा के प्रयोग की दर भी पचास प्रतिशत के ऊपर है। उन्होंने कहा:
"आंकड़ों के अनुसार विश्व मेला औपचारिक तौर पर खोले जाने के प्रथम माह में उद्यान में सौर ऊर्जा से 12 लाख किलोवाट बिजली पैदा हुई, विभिन्न प्रकार के नई ऊर्जा तकनीकों के प्रयोग के चलते परम्परागत ऊर्जा के प्रयोग से 5152 टन कोयला बचा है। कुल मिलाकर 12 हज़ार सात सौ टन कार्बन डाइऑक्साइड की कम निकासी हुई।"
श्री सुनच्येन ने कहा कि विश्व मेले में भाग लेने वाले देशी विदेशी पक्ष हॉलों के डिज़ाइन, संगोष्ठी के आयोजन और संबंधित सांस्कृतिक कार्यक्रमों के जरिए विभिन्न दृष्टिकोणों से दर्शकों को शहरी विकास योजना, पर्यावरण संरक्षण, कम कार्बन वाले वैज्ञानिक तरीके का ज्ञान प्रसारित करते हैं। विभिन्न हॉल स्वेच्छे और सक्रिय रूप से कम प्रदूषण निकासी वाले अभियान में भाग लेते हैं। इस की चर्चा में सुनच्येन ने कहा:
"विश्व मेला उद्यान में लंदन के शून्य कार्बन हॉल में डिज़ाइन व विभिन्न कम कार्बन निकासी तकनीक के प्रयोग से शून्य निकासी को बखूबी अंजाम देने की कोशिश करता है। बेल्जियम और पुर्तगाल हॉलों ने कार्बन निकासी को शून्य बनाया है।"