नासी जाति के लोगों ने जो तुंगपा लिपि रचित की है, वह विश्व में एकमात्र जीवित चित्रलिपि मानी जाती है। तुंगपा लिपि में लिखित ऐतिहासिक ग्रंथावली 2003 के अगस्त माह में विश्व यादगारी विरासत की सूची में शामिल किया गया। नासी जाति की प्राचीन वाद्य कला, चित्रकला तथा धार्मिक संस्कृति आदि विश्व भर में मशहूर है। लीच्यांग शहर निम्न अक्षांश प्रदेश तथा समुद्र-तह से ऊंचे स्थान पर स्थित है, इसलिए यहां मौसम साल भर सदाबहार रहता है और सूखा व आर्द्र मौसम साफ विभाजित होता है। यहां वन्य क्षेत्रफल 66.13 प्रतिशत तक पहुंचा है और जलवायु सुहावना है। संयुक्त राष्ट्र संघ ने इस नगर को मानुष्य के लिए श्रेष्ठ आवासी शहर घोषित किया है।
अधिकांश पर्यटकों के दिल में किसी जगह का सब से आकर्षण उस के विलक्षण दृश्य नहीं है, बल्कि जीवन की अनुठी स्थिति, संस्कृति की मोहन शक्ति और देखने में सादा, पर भीड़भाड़ वाले शहर से दूर अछूता शांति का अनुभव देना है।