दोपहर बाद हम युन्नान रेडियो स्टेशन देखने गए.इतनी सफाई और हर चीज,करीने से,हर कमरा और कमरे में रखा फर्नीचर ऐसा लगा जैसे अभी-अभी सब वहां ला कर रखा गया हो..बाद में रेडियो स्टेशन के निदेशक हमें दूसरी मंजिल पर ले गए और अभी निर्माणाधीन चीन का रेडियो का सब से बड़ा संग्रहालय दिखाया.इस संग्रहालय में रेडियो से संबंधित जानकारी,रेडियो के अब तक जितने भी मॉडल आए हैं,उन के नमूने,और रेडियो से संबंधित हर वो जानकारी जिसे जान कर आप रेडियो का इतिहास,विकास और उस से जुड़े बाकी मुद्दों को समझ सकते हैं.उन्होंने बताया कि इस संग्रहालय का काम दो साल पहले शुरु हुआ था और सरकार की मदद से यह काम आगे बढ़ रहा है और दो साल बाद इस निर्माण पूरा हो जाएगा.रेडियो के 70,80 साल पुराने मॉडल देख कर पता लगा तब कैसे-कैसे रेडियो हुआ करते थे.जन क्रांति के दौरान,माओत्स तुंग ने जिस रेडियो का इस्तेमाल किया था,उसे गांव के उसी परिवेश में यहां रखा गया है.संग्रहालय पूरा होने के बाद आम लोग ,विशेष कर बच्चों के लिए यह बहुत ही शिक्षाप्रद होगा.
कई दिनों के बाद खाने का कुछ स्वाद बदला ,शाम को खुनमिंग अपने पूरे यौवन पर था.सारे युवा सड़कों पर सुहावने मौसम का लुफ्त उठाते घूम रहे थे.अब मालूम हुआ क्यों खुनमिंग के मौसम को वसंत का मौसम कहा जाता है