वनिता:यह चाइना रेडियो इन्टरनेशनल है । आप की पसंद कार्यक्रम सुनने वाले सभी श्रोता दोस्तों को वनिता की नमस्ते ।
राकेश:श्रोताओं को राकेश की भी नमस्ते।
वनिता:दोस्तो, आपको मालूम ही होगा कि पिछले हफ्ते से अब आप की पसंद कार्यक्रम मैं और राकेश जी पेश कर रहे हैं ,आशा है पिछली बार का कार्यक्रम आप को पसंद आया होगा।
राकेश:यदि आप की कोई राय हो तो हमें जरुर लिखिए।
वनिता:राकेश जी, आप जानते ही हैं कि इस साल 1 अक्तूबर को चीन की स्थापना की 60वीं वर्षगांठ थी, इस दिवस की खुशियां मनाने के लिए पेइचिंग और पूरे चीन में सिलसिलेवार कार्यवाहियां की गईं।
राकेश:और पेइचिंग में थियन आन मान चौक पर जो परेड का प्रदर्शन हुआ,वह बहुत ही खूबसूरत था। उस में चीन ने पिछले साठ साल में जो उन्नति,तरक्की की है,उस का प्रदर्शन भी लाजबाव रहा।
वनिताः अच्छा, दोस्तो, कार्यक्रम की शुरुआत करें आप के लिए क्यों हो गया ना फिल्म के इस गीत से ।
राकेशः इस गीत को सुनना चाहा था आप सब ने मोजाहिदपुर, पूरबटोला भागलपुर से मोहम्मद खालिद अन्सारी, ताहिर अन्सारी, शमीम नवाब, कादिर, जोवेद और आलम। और कबीरपुर, भागलपुर से मुन्ना खान मुन्ना, तारा बेगम, आजम अकेला, शबनम और शहजादे ने।
वनिताः दोस्तो, आजकल आप जो पत्र हमें भेजते हैं.उन से हमें हमारे कार्यक्रम के बारे में आपकी राय का पता चलता है। पत्र लिखने के लिए आप का धन्यवाद और पत्रों में आप कभी-कभी जो चित्र, कार्ड आदि भेजते हैं वे सचमुच बहुत सुंदर होते हैं। और आप के कुछ सुंदर पत्रों को,कार्डों को हम ने सी.आर आई में एक विंडों में सजा कर भी रखा है।
राकेशः श्रोताओं अब बिल्लु बारबर फिल्म का इस गीत सुनिए । इस गीत को सुनना चाहा था हमारे इन श्रोताओं ने इस्लामनगर बदायूं उत्तर प्रदेश से रतनदीप आर्य, बिपिन गुप्ता, राघव आर्य, कपिल गुप्ता, अमित गुप्ता और जी. बी. धाकड़।
वनिता:यह गीत मुझे भी बहुत पसंद है। तो, श्रोता दोस्तो, मेरे पास दो पत्र है, जिन्हें भेजा है बिहार से इजराइल कस्तूरी और हाशिम आजाद जी ने।
राकेशः श्री इजराइल कस्तुरी जी ने पत्र में लिखा है कि आपकी पसंद कार्यक्रम मुझे बहुत पसंद है। इस कार्यक्रम को मैं चीन भारत मैत्री का एक महत्वपूर्ण भाग बनाना चाहता हूं। इस लिए आपसे विनम्र प्रार्थना है कि इस कार्यक्रम का शुभारंभ चीन भारत मैत्री से संबंधित गीतों से करें।
वनिता:श्री इजराइल कस्तूरी जी, हमें पत्र लिखने के लिए बहुत धन्यवाद। हम आप के सुझाव पर जरुर ध्यान देंगे। और हम भी आप की राय से सहमत हैं ।हमारे इस कार्यक्रम का लक्ष्य भारतीय दोस्तों के साथ दोस्ती बढ़ाना ही है। तो, आईए, चोरी चोरी चुपके चुपके फिल्म का यह गीत सुनें ।