अनिल: यह चाइना रेडियो इन्टरनेशनल है। श्रोताओं को अनिल का नमस्कार। आपका पत्र मिला कार्यक्रम लेकर हाजिर है आपकी दोस्त श्याओथांग व अनिल।
थांग: दोस्तो हमें उम्मीद है कि आप सपरिवार खुशहाल व स्वस्थ होंगे। आज के इस कार्यक्रम में सबसे पहले आप सुनेंगे श्रोताओं द्वारा भेजे गए पत्रों का उद्धरण और फिर सवालों का जवाब और इसके बाद एक भारतीय गीत पेश किया जाएगा। और अंत में आपसे मिले प्रस्तुत किया जाएगा।
अनिल: अच्छा, अब हम पढ़ते हैं आन्नद नगर, महाराजगंज,उत्तर प्रदेश के भारत चीन मैत्री रेडियो श्रोता क्लब के अध्यक्ष भीमसेन कुमार गौतम का पत्र। उन्होंने अपने पत्र में कहा कि भारत चीन संबंधों को बेहतर बनाने के उद्देशय से व दोनों देशों की सांस्कृतिक आर्थिक समस्याओं को दूर करने व दोनों देशों के नागरिकों को एक दूसरे के करीब लाने के लिए भारत चीन मैत्री रेडियो श्रोता क्लब का गठन किया जा रहा है। आशा है कि हमारे श्रोता क्लब को समय-समय पर उचित जानकारियों व पत्र पत्रिकाओं के माध्यम से सहयोग प्रदान करते रहेंगे। भाई भीमसेन कुमार गौतम ने अपने पत्र में यह भी कहा कि आप द्वारा प्रेषित पत्रिका 2009 का 22वां अंग मिला, जिसमें पड़ोसी देश चीन के बीच सीमा व्यापार व बेहतर मैत्रीपूर्ण संबंध स्थापित करने के लिए सी. आर.आई ने बहु भाषी सेवाओं व विदेशी पत्रकारों का सीमांत क्षेत्रों का दौरा आलेख शामिल था। सी.आर.आई की इस पहल के लिए बहुत-बहुत शुभकामनाएं। पत्रिका में राकेश वत्स और गिरीश का परिचय पढ़कर बेहद अच्छा लगा। आशा है कि पत्रिका को नियमित रूप से प्रेषित कर हमारा हौसला बढ़ाएंगे।
थांग: यहां हम भीम सेन गौतम को धन्यवाद देते हैं कि आपने चीन भारत मैत्री के लिए विशेष तौर पर एक श्रोता क्लब की स्थापना की। इधर के वर्षों में हमारे दोनों देशों के बीच राजनीतिक, सांस्कृतिक, आर्थिक व व्यापारिक आवाजाही साल ब साल बढ़ती जा रही है। चीन भारत संबंध ज्यादा से ज्यादा नज़दीक हो रहे हैं। चालू वर्ष दोनों देशों के बीच कूटनीतिक संबंध स्थापना की 60वीं वर्षगांठ है। इसकी खुशियां मनाने के लिए दोनों देशों की सरकारों और गैर सरकारी संगठनों ने रंगारंग कार्यक्रम पेश किए। कुछ दिन पहले भारतीय राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने चीन की मैत्रीपूर्ण यात्रा की। हमें आशा है कि विश्व के सबसे बड़े विकासशील देशों के रूप में चीन और भारत हाथ मिलाकर एक साथ आगे विकास करेंगे। भीमसेन कुमार गौतम भाई, हमने आपके क्लब को अपनी सूची में शामिल किया, आपने हमारे श्रोता वाटिका की प्रशंसा भी की, भविष्य में हम अच्छे से अच्छा श्रोता वाटिका भी बनाएंगे और जरूर आप और कल्ब सदस्यों को श्रोता वाटिका समेत चीन से संबंधित सामग्रियों को भेजेंगे। हमारे सी.आर.आई. हिन्दी विभाग के समर्थन के लिए आपका धन्यवाद।
अनिल:अच्छा, अब हम देखेंगे शीशगढ़, बरेली, उत्तर प्रदेश के इदरीसी रेडियो श्रोता क्लब के इलियास इदरीसी और साथी अमज़द इदरीसी, पासीन इदरीसी, ज़फर साहब, शकील बाबू इदरीरी ने पत्र भेजकर कहा कि बाकई चाइना रेडियो इन्टरनेशनल के सभी कार्यक्रम काबिले तारीफ़ है, और हम सभी श्रोता सारे एक साथ बैढकर सुनते हैं। सारे कार्यक्रम अच्छे लगते है। यह कहना हमारे श्रोता के हैं, हमारा क्लब का एक सुझाव है कि फिल्म पहेली कार्यक्रम शुरू क दे, और दूसरा सुझाव है आप की पसंद कार्यक्रम हर सप्ताह नया शुरू करे, दोबार एक ही कार्यक्रम सुनते अच्छा नहीं लगता। क्योंकि हम कई सालों से इस कार्यक्रम को दोबारा से सुनते आ रहे हैं, कृप्या कार्यक्रम में फेरबदल करे।
थांग: इलियास इदरीसी और साथियों को धन्यवाद है कि आपने हमारे कार्यक्रम को और अच्छा बनाने के लिए सुझाव दिए। आजकल हमारी विशेष तौर पर फिल्म पहेली कार्यक्रम पेश करने की योजना नहीं है। लेकिन हम कोशिश करेंगे कि अपने कार्यक्रम के अंतर्गत फिल्मी सितारों, निदेशकों, फिल्मी गीतों से संबंधित कार्यक्रम पेश करेंगे। आप लोगों का दूसरा सुझाव है कि आपकी पसंद कार्यक्रम दुबारा मत करें। यह अच्छा सुझाव है, मैं आपके इस सुझाव को वनिता और राकेश जी को बताऊंगी। लेकिन आजकल आप की पसंद कार्यक्रम के अलावा, हमारे मनोरंजन का वक्त और आप का पत्र मिला कार्यक्रम में कभी कभार आपके पसंदीदा गीत पेश किए जाते हैं। यह तो एक सुधार भी है। खैर, हम अपने कार्यक्रम अच्छे से अच्छा बनाने का प्रयास करते रहेंगे।
अनिल:वहीं औरेया उत्तर प्रदेश के कालका प्रसाद कहते हैं कि उन्हें आपका पत्र मिला समेत सीआरआई के तमाम कार्यक्रम बेहद पसंद आता है। मैं चाहता हूं कि आप लोग अपने प्रसारण में भारतीय खबरों व भारत से जुड़ी घटनाओं को अधिक तवज्जो दें। कालका जी हम आपके सुझावों पर अमल करने की पूरी कोशिश करेंगे। हमें पत्र लिखने के लिए आपका धन्यवाद......
थांग: अच्छा दोस्तो, अब समय आ गया है सवाल जवाब का। कोआथ, रोहतास, बिहार के विश्व रेडियो श्रोता संघ के अध्यक्ष सुनील केशरी और साथी डी.डी. साहिबा, संजय केशरी, आशिष केशरी, सीताराम केशरी, किशोर कुमार केशरी तथा एस.के. जिदादिल ने पत्र भेजकर यह सवाल पूछा है कि चीन में सबसे बड़ी झील का नाम क्या है और चीन में सबसे विशाल जंगल कहां स्थित है?
अनिल:चीन में सबसे बड़ी झील छिंगहाई झील है, जो छिंगहाई तिब्बत पठार के उत्तर पूर्वी भाग में स्थित है, जिसकी ऊंचाई समुद्र के सतह से 3260 मीटर। तिब्बती भाषा में इसे"त्सो वनपो"कहा जाता है, मतलब है"हरा रंग वाली झील"। मंगोल भाषा में इसे"कुकुनोर"कहलाता है, अर्थ है"नीला समुद्र"। छिंगहाई झील की लम्बाई 105 किलोमीटर, चोड़ाई 63 किलोमीटर है, उस का क्षेत्रफल 4583 वर्गकिलोमीटर। विशाल क्षेत्र में पर्याप्त नदियां व घास उपलब्ध हैं। जहां का प्राकृतिक दृश्य बहुत सुन्दर है। इस झील में एक पक्षी द्वीप है, जहां वसंत ऋतु और गर्मियों में एक लाख से अधिक प्रवासी पक्षी आते हैं। पक्षी संसाधन के संरक्षण व अनुसंधान के लिए चीन सरकार ने यहां विशेष संस्था स्थापित की है। छिंगहाई झील के तटीय क्षेत्रों में विशाल प्राकृतिक घास मैदान, ऊपजाऊ खेती योग्य भूमि और प्रचुर खान संसाधन है। सर्दियों में यहां बर्फीला क्षेत्र बन जाता है और गर्मियों व शरद ऋतु में वहां पर्याप्त जल संसाधन हैं, इस तरह छिंगहाई झील क्षेत्र पशु पालन व कृषि के लिए अच्छा स्थल है।
थांग: अच्छा अब हम पढ़ेंगे सुनील केशरी और साथियों का दूसरा सवाल। उन्होंने पूछा है कि चीन में सबसे विशाल जंगल कहां स्थित है?चीन में सबसे बड़े जंगल का नाम है ताशिंग आनलिंग, जो उत्तर चीन के हेलुंगच्यांग प्रांत व भीतरी मंगोलिया स्वायत्त प्रदेश के उत्तर भाग में स्थित है। यह जंगल चीन में सबसे उत्तर और सबसे बड़ा जंगल है, जिसका क्षेत्रफल84 हज़ार 6 सौ वर्ग किलोमीटर है, जो एक ऑस्ट्रिया और 137 सिंगापुर के बराबर है। इस जंगल में वनों का भंडार 50 करोड़ दस लाख घनमीटर है, जो देश के कुल भंडार का 7.8 प्रतिशत बनता है। ताशिंग आनलिंग जंगल में वनों की दर 74.1 प्रतिशत है, जहां हिरन, जंगली हंस, भूरे भालू बर्फिले खरगोश आदि 400 किस्मों वाले दुर्लभ जंगली जानवर उपलब्ध हैं, जबकि जंगली वनस्पतियों की किस्में एक हज़ार से अधिक है। ताशिंग आनलिंग जंगली क्षेत्र चीन में मशहूर पर्यटन भी है।
अनिल:अच्छा दोस्तो, अब समय आ गया है आपसे मिले कार्यक्रम का। आप जानते हैं कि इस वर्ष चीन व भारत के बीच राजनयिक संबंध स्थापना की 60वीं वर्षगांठ है। इसे मनाने के लिए भारत स्थित चीनी दूतावास ने एक सत्कार समारोह आयोजित किया। इस मौके पर नयी दिल्ली स्थित हमारे संवाददाता हूमिन ने भारतीय चीन मैत्री संघ के अध्यक्ष जसबीर सिंह से मुलाकात की। सुनिए चीन भारत मैत्री के बारे में उन्होंने क्या कहा:
अनिल:अच्छा दोस्तो, आज के इस कार्यक्रम के अंत में हम आप लोगों के लिए एक मधुर गीत पेश कर रहे हैं। अब सुनिए《तारे ज़मीन पर》नामक फिल्म का एक गीत, यह गीत विशेष तौर पर निम्न श्रोताओं की पसंद पर पेश किया जा रहा है:भोजपुर, आरा, बिहार के मनीष रेडियो श्रोता क्लब के अध्यक्ष राघों राम;फफून्द, औरैया, उत्तर प्रदेश के अलहिन्द रेडियो लिस्नर्स क्लब के अध्यक्ष रिज़वान सज्जाद;गीदरबाहा, पंजाब, पंजाब एंड सिंध बैंक के तरसेम तंगरी;मउनाथ भंजन, उत्तर प्रदेश के जीशान अहमत अंसारी;फ़रिदपुर, बरेली उत्तर प्रदेश के वर्ड वाइड लिस्नर्स क्लब के अध्यक्ष शकील अहमत अंसारी;बढ़नी बाज़ार, उत्तर प्रदेश के मदन कुमार अग्रवाल;शिवाजी चौक, पुरानी बस्ती, कटनी, मध्य प्रदेश के जिला रेडियो श्रोता संघ के अध्यक्ष अनिल ताम्रकार और साथी।
थांग:अच्छा दोस्तो, आज का कार्यक्रम समाप्त होने वाला है । आशा है कि आपको पसंद आया होगा। आप जानते हैं कि हमारा कार्यक्रम आपकी पसंद एक हफते में एक प्रसारित किया जाता है। समय कम होने के कारण सभी श्रोताओं की फ़रमाइश के मुताबिक गीत नहीं पेश सकते, इस तरह हमारे आप का पत्र मिला कार्यक्रम में एक हफते कम से कम एक गीत आप को सुनाया जाएगा। आशा है कि इस प्रकार का सुधार आप को पसंद होगा। हमें उम्मीद है कि आप पत्र, ईमेल और फॉन के जरिए हमें बताएं और गीत सुनने का अनुरोध करें। आशा है कि गीतों के जरिए हमारे बीच को दोस्ती और आगे बढ़ेगी और हमारे बीच का सम्पर्क और गहरा होगा।
अनिल:तो इसी उम्मीद के साथ हमारा आज का कार्यक्रम यही समाप्त होता है। अगले हफ्ते फिर होगी मुलाकात और हम आपके पत्रों, ईमेल और फोन का इंतजार करेंगे। अब अनिल व श्याओ थांग को आज्ञा दें, नमस्कार।
थांग:नमस्कार।