मऊ उत्तर प्रदेश के जावेद अखबर ने पत्र लिखकर पूछा है कि चीनी लोगों का पसंदीदा खाना क्या है और चीनी लोग छोटा परिवार पसंद करते है या बड़ा?
जावेद अखबर भाई, चीनी व्यंजन विश्व भर में अत्यन्त मशहूर है और विश्व के हर स्थान में पसंद किया जाता है। हजारों सालों के विकास के बाद चीनी व्यंजन विभिन्न स्थानों में अलग अलग स्वाद के साथ विशेष किस्म के संपन्न हो गए है। मोटी तौर पर कहा जाए,तो चीन में हान जाति के आठ प्रमुख स्वाद वाले खाने ज्यादा पसंद किए जाते हैं। और अल्पसंख्यक जातियों के विशेष व्यंजन तो अलग भी होते हैं। आम तौर पर चीन के दक्षिण भाग में मीठी खाना पसंद होता है, दक्षिण पश्चिम चीन में तेज व गर्म स्वाद के खाना लोकप्रिय है और उत्तर व पूर्व चीन में नमकीन खाना ज्यादा पसंद होता है। दक्षिण चीन में लोग चावल ज्यादा खाते हैं और उत्तर चीन में गैहूं के आटा से पकाए पकवान ज्यादा खाते हैं। चीन में नूडलस् के अलावा देश भर में चोची( 饺子)यानी डम्पलिंगस सब से ज्यादा पसंद किया जाता है. हर वसंत त्यौहार के दौरान चीनी लोग जरूर घर में मिलकर चोची खाते हैं।
वर्तमान चीन में चीनी लोग छोटा परिवार पसंद करते हैं, आम तौर पर एक छोटे परिवार में दंपत्ति के साथ एक या दो बेटे होते हैं। माता पिता या दादा दादी अलग परिवार में रहते हैं और वे समय समय पर एक दूसरे के घर में मिलने जाते हैं और अस्थाई तौर पर निवास भी करते हैं। लेकिन प्राचीन चीन में चीनी लोग बड़ा परिवार पसंद करते थे, कभी कभी एक संयुक्त परिवार में चार पीढियों के लोग रहते थे। उस जमाने में चीनियों की मान्यता थी कि चार पीढियों या इस से ज्यादा के परिवार सदस्यों का एक घर में रहना समाज में सर्वश्रेष्ठ मॉडल है। ऐसा संयुक्त परिवार समाज में सब से ज्दाया सम्मानित किया जाता था।
मुबारकपुर उत्तर प्रदेश के वकार हैदर ने पूछा है कि चीन का सब से अधिक जन संख्या वाला राज्य कौन है?और चीन का सब से संपन्न राज्य कौन सा है?
वकार हैदर जी, इस समय चीन का सब से अधिक जनसंख्या वाला राज्य मध्य चीन का हनान प्रांत है। चीन की पांचवीं देशव्यापी जन गणना के अनुसार हनान प्रांत की जन संख्या करीब 9 करोड़ 30 लाख है। इधर के सालों में चीन के विभिन्न प्रांतों के आर्थिक विकास में भारी प्रगति हुई है। लेकिन इन में पूर्व चीन के चे च्यांग और दक्षिण चीन के क्वांगतुंग प्रांत सब से आगे है। आर्थिक विकास और जनजीवन के स्तर की दृष्टि से चे च्यांग प्रांत चीन का सब से संपन्न प्रांत है और इस के बाद क्वांगतुंग प्रांत का नम्बर आता है।
बिलासपुर छत्तीसगढ़ के हेमलाल प्रजापति ने अपने पत्र में कहा कि मैं सी आर आई का नया श्रोता हूं और यह मेरा दूसरा पत्र है। सी आर आई में सांस्कृतिक जीवन के तहत चीनी किसानों को फायदे मिलने पर एक रिपोर्ट सुना, जो बहुत ही उत्तम प्रस्तुति था एवं सार्थक प्रस्तुति के लिए बहुत बहुत धन्यावाद। सी आर आई के कार्यक्रम मुझे बड़े ही दिलचस्प लगते हैं। चीन की संस्कृति चीन की संक्षिप्त इतिहास, चीन का भ्रमण एवं चीनी बोलना सीखे, सभी कार्यक्रम रोचक और ज्ञानवर्धक होते हैं। इन सभी कार्यक्रमों की प्रस्तुति के लिए आप लोगों को बधाई देने के लिए मेरे पास कोई लब्ज नहीं है। कृपया मुझे क्षमा करे। सी आर आई की स्थापना किस स
न में हुआ था और सी आर आई हमारी सेवा में कब से प्रस्तुत कर रहे हैं। मैं सी आर आई के कार्यक्रमों को समय की बड़ी पाबंदी के साथ सुन रहा हूं।
हम आप का सी आर आई के नए श्रोता के रूप में हार्दिक स्वागत करते हैं और उम्मीद करते हैं कि आप आगे नियमित रूप से हमारा हिन्दी प्रसारण सुनते रहेंगे और अपनी राय लिखकर बताएंगे। सी आर आई की प्रसारण सेवा 3 दिसम्बर 1941 में शुरू हुई थी, उस समय केवल जापानी भाषा में रेडियो प्रसारण था । अब सी आर आई विकसित होकर 53 भाषाओं में देश विदेश को कार्यक्रम प्रसारित करता है। सी आर आई की हिन्दी सेवा 15 मार्च 1959 को शुरू हुई, इस साल हम ने धूमधाम के साथ अपनी स्थापना की 50वीं वर्षगांठ मनायी थी।