पांचवां चीनी अंतर्राष्ट्रीय योग सम्मेलन 26 अगस्त को पेइचिंग में शुरू हुआ। इस मौके पर चीन-भारत मैत्री संघ के उप अध्यक्ष वांग युनत्स और भारतीय दूतावास के सांस्कृतिक सचिव अरूण साहू उपस्थित थे।
वांग युनत्स ने अपने भाषण में कहा कि इस साल चीन-भारत आदान प्रदान वर्ष है। दोनों देश सिलसिलेवार कार्यक्रम आयोजित करेंगे। मौजूदा अंतर्राष्ट्रीय योग सम्मेलन इनमें से एक है। उन्हें आशा है कि इसके ज़रिए योग संस्कृति का प्रचार प्रसार होगा और चीनी जनता भारतीय संस्कृति के प्रति आकर्षित होगी। साथ ही दोनों देशों के बीच आदान प्रदान आगे बढ़ाने में योगदान दिया जाएगा। अरुण साहू ने कहा कि योग की जड़ें भारत में है, लेकिन चीनी जनता उसे बहुत पसंद करती है। उन्हें उम्मीद है कि इस सम्मेलन से दोनों देशों की जनता के रिश्ते और मजबूत होंगे।
बताया जाता है कि चीन की मुख्य भूमि, हांगकांग और थाइवान के दो सौ से अधिक योग प्रेमी इस सम्मेलन में भाग ले रहे हैं। सम्मेलन का पहला भाग भारत और चीन से आए योग गुरुओं द्वारा योग सिखाना है। दूसरे भाग में"ईज़ी योग"शीर्षक प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी, जिस के विजेता को भारत जाने का मौका मिलेगा।
(दिनेश)