दोस्तो , वर्तमान अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय बाजार में उतार चढाव हो रहा है और विश्व आर्थिक पुनरुत्थान की अनिश्चितता और अस्थिरता बढ़ती जाती है । इसे ध्यान में रखकर चीनी राष्ट्रीय विकास व सुधार आयोग के उप महा सचिव व प्रवक्ता ली फू मिन का मानना है कि अंतर्राष्ट्रीय तत्वों को छोड़कर चीन के अंदरुनी आर्थिक विकास में असंतुलित , असमन्वित और अनिरंतर अंतरविरोध भी काफी गम्भीर है । चालू वर्ष के उत्तरार्द्ध में चीन समग्र नीति की निरंतरता और स्थिरता को बरकरार रखने और सकारात्मक वित्तीय नीति और स्थिर व स्वस्थ मौद्रिक नीति अपनाने को संकल्पबद्ध है ।
ली फू मिन ने कहा कि उत्तरार्द्ध में चीन के लिये यह जरूरी है कि वृद्धि को स्थिर बनाने, ढांचे को समायोजित करने और दामों को नियंत्रित रखने के संबंध से अच्छी तरह निपटाया जाये और चीजों के दामों की स्थिरता को समग्र नियंत्रण का प्राथमिक कार्य बनाया जाये । साथ ही समग्र नियंत्रण की दिशा , जोर और तीव्रता को महत्व देते हुए समग्र नियंत्रण के लचिलापन व दूरदर्शिता को उन्नत किया जाए ।
इस साल के उत्तरार्द्ध में चीनी समग्र नीति का झुकाव इन पहलुओं पर अभिव्यक्त होगा कि अर्थव्यवस्था में उत्पन्न तीव्र अंतरविरोधों व समस्याओं का समाधान करने , खासकर चीजों के दामों में हद से ज्यादा वृद्धि को रोकने पर जोर दिया जाये और दामों का आम स्तर स्थिर बनाये रखा जाये । मकान व भूमि की समग्र नीति पर कायम रहकर मकानों के दामों में तेज वृद्धि पर रोक लगायी जाय़े । उपक्रमों , खासकर छोटे उपक्रमों के विकास वातावरण को सुधारकर कारोबारों के प्रचालन में खड़ी मुश्किलों का समाधान किया जाये ।
स्थिर व स्वस्थ मौद्रिक नीति को बनाये रखना भी चीनी केंद्रीय बैंक का उत्तरार्द्ध का कार्य जोर भी है । चीनी केंद्रीय बैंक ने हाल ही में कहा कि चीजों के दामों के आम स्तर की स्थिरता को वित्तीय समग्र नियंत्रण की प्राथमिकता पर रखकर स्थिर व स्वस्थ मौद्रिक नीति अपनायी जायेगी । ब्याज दर , विनिमय दर , सार्वजनिक बाजार , नकद आरक्षित अनुपात और समग्र व सावधान प्रबंधन जैसे साधनों का समुचित रुप से प्रयोग करते हुए सामाजिक पूंजी जुटाने का उचित पैमाना व गति बरकरार रखा जायेगा ।
राष्ट्रीय विकास बैंक के अनुसंधान प्रतिष्ठान के उप प्रधान छाओ हुंग ह्वी का विचार है कि मुदास्फीति के दबाव तले अमरीकी व यूरोपीय कर्ज संकट से विश्व आर्थिक पुनरुत्थान पर कुप्रभाव पड़ा है , इसे ध्यान में रखकर सावधान समग्र आर्थिक नीति अपनाना आवश्यक है । चीन सरकार को इस का फायदा उठाकर व्यवस्था सुधारने में तेजी लाकर आर्थिक ढांचे को समायोजित करना और औद्योगिक संरचनाओं का दर्जा बढ़ाना और आर्थिक विकास फारमूले को ठोस रुप से बदलना चाहिये ।
इस के अलावा वर्तमान मुद्रीस्फीति के रुझान पर रोक लगाना और निहित मुद्रास्फीति दबाव को कम करना भी जरूरी है । गत जुलाई में चीनी उपभोक्ता दाम सूचकांक यानी सी पी आई में 6.5 प्रतिशत का इजाफा हुआ है , जो पिछले तीन साल का नया रिकार्ड है , जाहिर है वर्तमान मुद्रास्फीति का दबाव फिर भी काफी गम्भीर बरकरार है । चीनी जन विश्वविद्यालय के वित कालेज के उप प्रधान प्रोफेसर चाओ शी च्युन ने इस की चर्चा में कहा गत वर्ष के उत्तरार्द्ध से हमारे मौद्रिक नीतिगत साधन का प्रयोग लगातार सिकुड़न की दिशा की ओर किया गया है । यह चालू वर्ष में उत्पन्न महंगाई के दबाव और मुद्रास्फीति के लिये हुआ है । यह कहना ठीक नहीं है कि एक या दो बार मौद्रिक नीतिगत साधन के प्रयोग से समस्याओं का पूरी तरह समाधान हो गया है , पर मौद्रिक नीति की निरंतर स्थिरता से हमारे सामने मौजूद मुद्रास्फीति व महंगाई का समाधान कुछ हद तक किया जा सकता है ।
चीनी राज्य परिषद के विकास अनुसंधान केंद्र के वित्त प्रतिष्ठान के उप प्रधान पा सुंग शू ने कहा कि चालू वर्ष के उत्तरार्द्ध के रुझान के मद्देनजर मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिये चीनी समग्र आर्थिक नीति में कोई बड़ा बदलाव नहीं आयेगा , मौद्रिक नीति भी नहीं बदलेगी , हालांकि ब्याज दर बढाने की संभावना मौजूद है , पर यह कदम निकट भविष्य में नहीं होगा ।