यूरोप को ऋण संकट से उबारने के लिए यूरोपीय केंद्रीय बैंक ने पिछले सप्ताह व्यापक तौर पर यूरो क्षेत्र में भारी कर्ज वाले देशों के राष्ट्रीय बांड ख़रीदे, अब तक यह राशि 22 अरब यूरो(लगभग 32 अरब डॉलर) तक पहुंच चुकी है। यूरोपीय केंद्रीय बैंक ने 15 अगस्त को फ्रैंकफर्ट में यह घोषणा की।
इस साल फ़रवरी के बाद यह दूसरा मौका है जब यूरोपीय केंद्रीय बैंक ने भारी कर्ज वाले देशों के राष्ट्रीय बांड ख़रीदे। पिछले साल मई में यूरोपीय बैंक ने बांड बाजार की स्थिरता के लिये यूरो क्षेत्र के सदस्य देशों के राष्ट्रीय बांड ख़रीदना शुरू किया। अब तक यूरोपीय केंद्रीय बैंक ने यूरो क्षेत्र में भारी कर्ज वाले देशों के कुल 96 अरब(लगभग 139 अरब 60 करोड़)राष्ट्रीय बांड ख़रीद लिए हैं। इसमें ग्रीस, पुर्तगाल, आयरलैंड, स्पेन और इटली आदि देश शामिल हैं।
लेकिन यूरोप के सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था जर्मनी ने इसका विरोध किया है। जर्मनी का मानना है कि ऐसा करने से यूरोपीय केंद्रीय बैंक की स्वतंत्रता और भारी कर्ज वाले देशों में सकारात्मक आर्धिक सुधार व वित्तीय घाटे को कम करने में रुकावट पैदा होगी।
वहीं रिपोर्ट के अनुसार यूरोपीय संघ के कई सदस्य देशों द्वारा प्रस्तावित यूरोपीय नोट्स जारी करने के बारे जर्मनी की चांसलर एंजेला मार्केल ने 16 अगस्त को पेरिस में फ्रांस के राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी के साथ विचार विमर्श करने की घोषणा की है। विश्लेषकों के मुताबिक हो सकता है कि मुलाकात के दौरान जर्मनी व फ्रांस के नेता फ़िर एक बार संप्रभु स्थिति में यूरोपीय बांड की स्थापना के विरोध पर ज़ोर देंगे।
(रमेश)