श्रीलंका के राष्ट्रपति माहिनद्रा राजपक्षे ने 11 अगस्त को पेइचिंग में कहा कि श्रीलंका व चीन के बीच मैत्रीपूर्ण संबंध न केवल नेताओं के बीच आवाजाही तक सीमित हैं, बल्कि दोनों देशों की जनता के बीच आदान प्रदान भी बहुत उल्लेखनीय है। चीन व श्रीलंका के बीच सांस्कृतिक व शैक्षिक आदान प्रदान को मज़बूत करना अत्यन्त महत्वपूर्ण है।
राजपक्षे ने उसी दिन पेइचिंग विदेशी भाषा विश्वविद्यालय का दौरा किया और भाषण भी दिया। अपने भाषण में उन्होंने श्रीलंका व चीन के बीच कई हज़ार वर्षों के मैत्रीपूर्ण आवाजाही के इतिहास का सिंहावलोकन किया और सिंहली भाषा के स्रोत व विकास की जानकारी दी। राजपक्षे ने कहा कि भाषा के जरिये दोनों देशों के संबंधों को मज़बूत करना अत्यन्त महत्वपूर्ण है।
श्रीलंका की घरेलू परिस्थिति की चर्चा में उन्होंने कहा कि श्रीलंका में लम्बे समय से जारी गृह युद्ध समाप्त हो चुका है। अब श्रीलंका आर्थिक निर्माण, खासकर बुनियादी संरचनाओं का निर्माण कर रहा है। हाल में दुनिया के आर्थिक विकास में चीन का स्थान अत्यन्त महत्वपूर्ण है। श्रीलंका ने चीन से विकास के कई अनुभव सीखे हैं।
गौरतलब है श्रीलंका के राष्ट्रपति महिंद्रा राजपक्षे ने 9 अगस्त की सुबह पेइचिंग पहुंचकर चीन की यात्रा शुरू की। वे 12 अगस्त को चीन के शनचन में आयोजित होने वाले 26वें ग्रीष्मकालीन यूनिवर्सियाड के उद्घाटन समारोह में शामिल होंगे।
(श्याओयांग)