विश्वप्रसिद्ध स्टैंड्ड एंड पुअर्स द्वारा 5 अगस्त को अमरीका की क्रेडिट रेटिंग को एक स्तर नीचा किए जान के पश्चाच निवेशकों की यूरोप और अमरीका के आर्थिक भविष्य पर चिन्ता गहराती गई है।एशियाई शेयर बाजार 8 अगस्त को व्यापार शुरू होते ही पूरी तरह से गिर गया।
टोक्यो शेयर बाजार का निक्कई सूचकांक शुरूआती कारोबार में ही 1.40 प्रतिशत गिरकर 9167.67 अंक पर बन्द हुआ।सोल शेयर बाजार में भारी गिरावट आई।सिंगापुर का शेयर बाजार और चीन का शेयर बाजार भी भयंकर गिरावट से बच नहीं पाये।
उधर जी-7 देशों के वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंकों के महानिदेशकों ने 8 अगस्त को एशियाई बाजार के खुलने से पूर्व एक संयुक्त वक्तव्य जारी कर दावा किया कि आने वाले कई हफ्तों के भीतर वे आपस में करीबी संपर्क में रहते हुए घनिष्ठ सहयोग करेंगे और वित्तीय स्थिरता व आर्थिक वृद्धि को सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएंगे।
वक्तव्य में कहा गया है कि वित्तीय बाजार पर भारी दवाब को देखकर जी-7 देशों के वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंकों के महानिदेशकों ने उक्त वायदा किया है।जरूरत पड़ने पर जी-7 देश संयुक्त कार्यवाही करेगें,जिससे कि बाजार में तरलता सुचारू हो सके और वित्तीय बाजार कारगर रूप से चल सके।
कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि अन्य दो प्रसिद्ध साख-रेटिंग संस्थाओं `मोडी` और `फिट्च`ने अमरीका की क्रेडिट रेटिंग को ट्रिपल ए(AAA) बनाए रखा है।इससे निवेशकों में चिन्ता कुछ कदर दूर हो जाएगी।दूसरी तरफ कोई बेहतर वैकल्पिक उत्पाद मिलने से पहले अमरीकी कर्ज-बांड निवेशकों के लिए सुरक्षित माना जाता रहेगा।उस की भारी बिकवाली नहीं होगी।यद्यति इससमय शेयर बाजार गिरावट की स्थिति में है,लेकिन अनुमान के अनुसार गिरावट लम्बी अवधि तक नहीं जारी रहेगी।