नेटो अफ़गानिस्तान में सुरक्षा कार्य आगे बढ़ाएगा। खास कर अफ़गानिस्तान से निकलते और स्थानीय सुरक्षा टुकड़ियों को सुरक्षा कार्य सौंपते समय नेटो और अफ़गानिस्तान ज़्यादा घनिष्ट सहयोग करेंगे।अफ़गानिस्तन में नेटो के 38 सैनिकों से सवार हेलिकॉप्टर के गिर जाने पर नेटो के महासचिव एंडर्स फ़ोग रास्मुस्सेन ने यह बात कही।
उसी दिन अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और अफ़गान राष्ट्रपति हमिद करज़ई ने दुर्घटना के संबंध में फ़ोन पर बातचित किया।व्हाइट हाउस के एक बयान के अनुसार दोनों देशों के राष्ट्रपति ने अफ़गानिस्तान में ड्यूटी पूरी करने में तल्लीनता से काम करने की बात दोहरायी।दोनों देशों की सुरक्षा के लिये यह बहुत अहम है।
स्थानीय समयनानुसार 5 अगस्त की रात को अफ़गान राष्ट्रीय सुरक्षा टुकड़ी व अफ़गानिस्तान स्थित नेटो सेना ने वर्दाक प्रांत में तालिबान के खात्मा कार्रवाई शुरू की।नेटो का एक हेलिकॉप्टर इस क्षेत्र में गिर पड़ा।जिससे 30 अमेरिकी सैनिकों समेत 38 लोगों की मौत हुई।इसके बाद अफ़गान तालिबान ने इसकी ज़िम्मेदारी ली।अमेरिका सरकार के वरिष्ठ अधिकारी ने यह भी कहा कि हेलिकॉप्टर हमला किये जाने के कारण गिर गया होगा।
एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक अफ़गानिस्तान स्थित नेटो के अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा सहायता बल से 7 अगस्त को जारी बयान में पूर्वी व दक्षिणी अफ़गानिस्तान में नेटो के और 4 सैनिकों के हमले में मारे जाने की खबर मिली है।2011 से लेकर अभी तक अफ़गानिस्तान में स्थित कम से कम 379 नेटो के सैनिक मारे गये हैं।(लिली)