कम आय वालों की तुलना में अमीर लोग ज्यादा आसानी से डिप्रेशन से ग्रस्त होते हैं। लेकिन हैरानी की बात यह है कि इतना समृद्ध न होने के बावजूद भारत दुनिया में सबसे ज्यादा डिप्रेशन के शिकार लोगों वाला देश बन गया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने हाल में यह रिपोर्ट जारी की।
रिपोर्ट में कहा गया है कि फ्रांस, नीदरलैण्ड व अमेरिका आदि विकसित देशों में 30 प्रतिशत से अधिक लोग डिप्रेशन से ग्रस्त हैं, जबकि चीन में यह संख्या 12 प्रतिशत है।
36 प्रतिशत डिप्रेशन के रोगियों के साथ भारत दुनिया में पहले स्थान पर है। आजकल भारत में व्यापक सामाजिक व आर्थिक रूपांतरण चल रहा है, जिससे अधिक लोग अवसाद ग्रस्त हो रहे हैं। पता चला है कि विश्व भर में 12 करोड़ लोग इस रोग से पीड़ित हैं।
(ललिता)