दोस्तो , शहरों की तुलना में चीनी ग्रामीण चिकित्सा व स्वास्थ्य स्थिति अपेक्षाकृत पिछड़ी है , गांववासियों के लिये रोगों का उपचार करना बहुत कठिन है । पर यह स्थिति जल्द ही सुधरेगी । चीन चालू वर्ष के अंत से पहले हरेक गांव में एक क्लीनिक और हरेक क्लिनीक में एक डाक्टर की प्रणाली स्थापित कर देगा , साथ ही ग्रामीण डाक्टरों के चिकित्सा स्तर को उन्नत करने पर बल देगा , ताकि ग्रामीण डाक्टर अच्छी तरह 80 करोड से अधिक किसानों के स्वास्थ की सेवा कर सके ।
चीन में 12 लाख ग्रामीण डाक्टर हैं , उन का प्रमुख दायित्व ग्रामीण वासियों को सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा और आम रोगों का उपचार करना है । लेकिन चीनी ग्रामीण चिकित्सा व स्वास्थ्य स्थिति काफी पिछडी होने की वजह से ग्रामीण डाक्टरों की संख्या और चिकित्सा स्तर जरुरतों को पूरा करने में असमर्थ है । चीनी राष्ट्रीय़ विकास व सुधार आयोग के उप प्रधान व राज्य परिषद के चिकित्सा सुधार नेतृत्वकारी दल के कार्यायल के प्रधान सुन ची कांग ने इस बात की चर्चा में कहा कि वर्तमान में चीनी ग्रामीण डाक्टरों का अभाव है और उन की क्षमता भी काफी कमजोर है , यहां तक कि कुछ क्षेत्रों में कोई क्लीनिक देखने को भी नहीं मिलता , इसे ध्यान में रखना जरूरी है ।
शहरी व ग्रामीण वासियों में बुनियादी चिकित्सा व स्वास्थ्य व्यवस्थ के लक्ष्य को पूरा करने और हरेक व्यक्ति को मूल चिकित्सा व स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने के लिये विशाल ग्रामीण डाक्टरों पर निर्भर रहना अत्यावश्यक है । ग्रामीण डाक्टर पांतों के निर्माण के जरिये मूल चिकित्सा , मूल दवादारु और मूल सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा गांवों तक पहुंचायी जायेगी और मूल ग्रामीण चिकित्सा व सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा को सुविधापूर्ण बनाया जायेगा , ताकि लाखों करोड़ों किसान सुधार के परिणामों से लाभ उठा सके ।
रिपोर्ट के अनुसार चीन ग्रामीण डाक्टर पांतों के निर्माण पर जोर देगा , ताकि चालू वर्ष के अंत से पहले हरेक गांव में एक क्लीनिक की स्थापना और हरेक क्लीनिक में डाक्टर की नियुक्ति को सुनिश्चित किया जा सके ।
समूचे चीन में 12 लाख ग्रामीण डाक्टरों में अभ्यस्त डाक्टरों और सहायक डाक्टरों की स्ख्या केवल 14.2 प्रतिशत है । उन की वास्तविक कौशल व स्तर उन्नत करने के लिये इधर पांच सालों में केंद्रीय वित्त ने 42 करोड़ य्वान की धनराशि जुटायी , विशेषकर चीन के मध्यम व पश्चिम भागों के ग्रामीण डाक्टरों के प्रशिक्षण पर जोर दिया गया है । इस के अलावा स्थानीय सरकारों ने ग्रामीण डाक्टरों को शिक्षा लेने और व्यवसायिक सेवा स्तर उन्नत करने के लिये प्रोत्साहन भी दिया है ।
ग्रामीण डाक्टरों की आय अपेक्षाकृत कम है और उन्हें निश्चित संबंधित बोनस भी नहीं मिलता है , इस के मद्देनजर सहायक वित्त मंत्री वांग पो आन ने कहा कि सरकार संबंधित बोनल व्यवस्था को संपूर्ण बना कर ग्रामीण डाक्टरों को मूल स्वास्थ्य सेवा की भत्ता देगी । साथ ही केंद्रीय वित्त आदायगी के हस्तांतरण से पिछड़े क्षेत्रों का ज्यादा समर्थन कर देगा ।
विभिन्न क्षेत्रों के लिये यह जरूरी है कि नये आकार वाली सामाजिक पेंशन बीमा व्यवस्था के अनुसार अनुभवी ग्रामीण डाक्टरों को नये आकार वाली सामाजिग पेंशन बीमा व्यवस्था में शामिल किया जाये , सामाजिक सहायता जैसी सामाजिक गारंटी नीतियों को कार्यांवित किया जाये , बुजुर्ग ग्रामीण डाक्टरों की मूल जीवन गारंटी व कठिन मामलों का उचित रुप से समाधान किया जाये और ग्रामीण डाक्टरों की चिन्ताओं को दूर किया जाये ।
चीन में नये दौर के चिकित्सा सुधार के प्रमुख विषयों में से एक यह है कि और अधिक सुयोग्य ग्रामीण डाक्टरों का प्रशिक्षण किया जाये और बुनियादी इकाइयों की चिकित्सा संस्थाओं , विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों की चिकित्सा संस्थाओं में डाक्टरों के अभाव को दूर किया जाये । चीनी स्वास्थ्य मंत्री छन चू ने कहा कि आइंदे ग्रामीण डाक्टर पांतों को सुदृढ़ व विकसित करने के लिये कदम उठाया जाएगा तथा और अधिक सुयोग्य डाक्टरों को ग्रामीण चिकित्सा व स्वास्थ्य सेवा में आकर्षिक किया जायेगा ।
हमारे लिये यह जरुरी है कि लगातार ग्रामीण डाक्टरों की सेवा क्षमता व स्तर को उन्नत किया जाये , ग्रामीण क्लीनिकों में कार्यरत अभ्यस्त व सहायक डाक्टरों को टाऊनशिप व कस्बे स्तरीय अस्पताल की श्रेणी में शामिल किया जाये , ताकि वे सरकारी कर्मचारी की हैसियत व कल्याणकारी व्यवहार प्राप्त कर सके ।
अधिक शहरी डाक्टरों व अन्य चिकित्सकों को ग्रामीण क्षेत्र जाने देने के लिये चीनी चिकित्सा सुधार प्रस्ताव में निश्चित है कि विभिन्न बड़े शहरों की चिकित्सा संस्थाओं में कार्यरत डाक्टरों को मध्यम व उच्च स्तरीय उपाधियां प्राप्त करने के लिये एक साल की ग्रामीण सेवा करने की जरुरत है । स्वास्थ्य मंत्रालय की योजना के अनुसार 2015 तक विभिन्न टाऊनशिप व कस्बे स्तरीय अस्पतालों में 50 हजार पंजीकृत व सहायक डाक्टरों को भरती की जायेगी ।