उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में रविवार दोपहर को हुए रेल हादसे में मरने वालों की संख्या 11 जुलाई तक बढ़कर 63 हो गई क्योंकि रेलगाड़ी के मलबे में दबे कुछ और शवों को निकाला गया। हादसे में कुल 240 लोग घायल हुए। अभी तक दुर्घटनाग्रस्त हुए सभी चौदल डिब्बों का अंतिम परीक्षण किया जा चुका और कुलमिलाकर 63 शवों का पता लगाया गया।
स्थानीय सरकार के अनुसार राहत व बचाव अभियान में खोजी कुत्ते भी दुर्घटनास्थल भेजे गये। पुलिस तथा सैनिक जवान भी राहत व बचाव कार्य में जुटे हुए। रेल हादसा रविवार को फतेहपुर के निकट मलवा रेलवे स्टेशन के पास हुआ था। पश्चिम बंगाल के हावड़ा स्टेशन से चलकर हरियाणा के कालका जाने वाली कालका एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हुई।
हादसे के वक्त रेलगाड़ी की रफ्तार प्रति घंटा सौ से अधिक किलोमीटर तक रही। अभी तक दुर्घटना होने का कारण अज्ञात रहा, लेकिन कुछ अफसरों का कहना है कि रेलगाड़ी की रफतार हद से ज्यादा तक होना दुर्घटना के कारणों में से एक माना गया ।