अब मैं घोषित कर रहा है कि कि पश्चिम से पूर्व तक ले जाने वाली नम्बर दो प्राकृतिक गैस पाइप परियोजना पूरी होकर अमल में लायी गयी है।
चीनी तेल प्राकृतिक गैस ग्रुप कम्पनी के उप जनरल मैनेजर ल्याओ युंग य्वान की घोषणा के साथ साथ यह विशाल प्राकृतिक गैस पाइप परियोजना विधिवत रुप से उत्पादन में लायी गयी है । यह इस बात का प्रतीक भी है कि पश्चिम से पूर्व तक ले जाने वाली नम्बर दो प्राकृतिक गैस पाइप लाइन पूर्ण रूप से निर्मित हो गयी है और मध्य एशिया की प्राकृतिक गैस इसी पाइप लाइन के माध्यम से दक्षिण चीन के क्वांगचओ शहर के लाखों परिवारों में पहुंच जाएगी है , साथ ही इस पाइप लाइन के तटीय प्रांतों व शहरों के निवासियों को स्थिर प्राकृतिक गैस आपूर्ति भी उपलब्ध होगी ।
पश्चिम से पूर्व तक ले जाने वाली नम्बर दो प्राकृतिक गैस पाइप लाइन परियोजना एक प्रमुख लाइन और अन्य 8 उप लाइनों से संगठित हुई है , जिस के निर्माण में कुल एक खरब 42 अरब 20 करोड़ य्वान की धनराशि लगायी गयी है । यह 8 हजार 7 सौ किलोमीटर लम्बी प्राकृतिक गैस पाइप लाइन चीन के शिनच्यांग वेवुर स्वायत्त प्रदेश के होर्कोस से शुरु होकर चीन के 15 प्रांतों , शहरों और विशेष प्रशासनिक क्षोत्रों से होकर हांगकांग विशेष प्रशासनिक क्षेत्र तक पहुंच जाती है । जिस में होर्कोस से क्वांगचओ शहर तक पहुंचने वाली लाइन मुख्य लाइन ही है , उस की कुल लम्बाई चार हजार 9 सौ 78 किलोमीटर है । इस परियोजना का निर्माण न सिर्फ मध्य एशिय़ा की प्राकृतिक गैस को चीन के विकसित आर्थिक मोती नदी डेल्टे और यांगत्सी नदी डेल्टे से जोड़ देगा , बल्कि पश्चिम से पूर्व तक ले जाने वाली नम्बर एक प्राकृतिक गैस पाइप लाइन , सेनिंगलान लाइन , शेनशी पेइचिंग पाइप लाइन और होपेह निंगश्या पाइप लाइन समेत सभी निर्मित पाइप लाइनों को एक सूत्र में भी बांध देगा , जिस से चीन के प्रमुख लक्षित बाजारों को प्राकृतिक गैस की आपूर्ति सुरक्षित व स्थिर रुप से सुनिश्चित हो जायेगी ।
पश्चिम से पूर्व तक ले जाने वाली नम्बर दो प्राकृतिक गैस पाइप परियोजना के निर्माण के बाद चीन में हर वर्ष 30 अरब घन मीटर प्राकृतिक गैस की आपूर्ति बढ़ेगी और चीन के ऊर्जा ढांचे में बड़ा सुधार होगा , जिस से चीन में ऊर्जा की खपत में प्राकृतिक गैस का अनुपात एक से दो प्रतिशत तक उन्नत होगा ।
विशेषज्ञों के अनुसार पश्चिम से पूर्व तक ले जाने वाली नम्बर दो प्राकृतिक गैस पाइप परियोजना का निर्माण चीनी ऊर्जा किफायत व उत्सर्जन की कमी के लिये भारी महत्व भी रखता है । शनचश शहर को मिसाल ही ले लीजिये , इस प्राकृतिक गैस पाइप लाइन के निर्माण के बाद यदि सभी सार्वजनिक बसों व टेक्सी वाहनों की ईंधन में प्राकृतिक गैस का प्रयोग किया जायेगा , तो इस से हर वर्ष कोई चार लाख टन से अधिक प्रदूषकों का निकास कम होगा और कोई पाच लाख टन तेल की बचत भी होगी । इस तरह यह अनुमान लगाया जा सकता है कि समुचे चीन में हर वर्ष 12 करोड़ 93 लाख टन कार्बन डाइओक्साइड , 14 लाख 40 हजार टन सल्फ़्यूरिक एसिड , तीन लाख 60 हजार टन नाइट्रोजन आक्साइट और 6 लाख 60 हजार टन धूल की कमी होगी ।
इस प्राकृतिक गैस पाइप लाइन के निर्माण से चीन के मशीन निर्माण , धातुशोधन , भवन निर्माण सामग्री और साज सामान निर्माण आदि संबंधित उद्योगों के विकास को भी वढावा मिला है , अनुमान है कि इस से तीन करोड़ य्वान से अधिक घरेलू खरीददरी और प्रत्यक्ष पूंजी में इजाफा होगा । चीनी तेल प्राकृतिक गैस पाइप ब्यूरो के प्रधान चाओ यू च्येन ने एक इंटरव्यू में परिचय देते हुए कहा इस पाइप लाइन के निर्माण से हमारे देश के साज सामान निर्माण उद्योग को गति मिल गयी है और अब हमारे पाइप लाइप निर्माण का स्तर उन्नत होकर बहुत ज्यादा क्षेत्रों में अग्रसर रहा है ।
चीन के तेज आर्थिक विकास में प्राकृतिक गैस की जरूरत की चर्चा में चीनी तेल प्राकृतिक गैस ग्रुप कम्पनी के उप जनरल मैनेजर ल्याओ युंग य्वान ने मध्य एशिया से आयातित प्राकृतिक गैस की भावी योजना का परिचय भी दिया ।
मध्य एशिया हर वर्ष चीन को 55 अरब से 60 अरब तक घनमीटर प्राकृतिक गैस की आपूर्ति कर सकता है , अब नम्बर तीन प्राकृतिक गैस पाइप परियोजना का निर्माण जल्द ही शुरु होगा , इसी पाइप परियोजना के जरिये मध्य एशिया की प्राकृतिक गैस को भी चीन के भीतर ले जायेगी ।