चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) दक्षिण व दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों की विभिन्न पार्टियों के बीच आदान प्रदान को महत्व देती है, ताकि आपस में समझ व सहयोग मजबूत हो सके। सीपीसी की केंद्रीय समिति के विदेशी संपर्क विभाग की अधिकारी शन फेइली ने 27 जून को सीआरआई संवाददाता के साथ साक्षात्कार में उक्त बात कही।
उन्होंने कहा कि इधर के वर्षों में विदेशी संपर्क विभाग ने नए दौर में सीपीसी के विदेशी कार्य की नीतियों को अच्छी तरह से लागू करने के साथ साथ स्वतंत्रता, समानता, सम्मान किया है। वहीं दूसरे के अंदरूनी मामलों में हस्तक्षेप न करने समेत चार सिद्धांतों के आधार पर दक्षिण व दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों की विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के साथ आदान प्रदान व सहयोग मजबूत किया है। जिसमें सफलता भी मिली है।उन्होंने उदाहरण दिया कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी व भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के बीच संपर्क व्यवस्था स्थापित हुई है। दोनों ने चीन-भारत आदान प्रदान वर्ष के मौके पर सफलता से कई बार उच्च स्तरीय आवाजाही व द्विपक्षीय संबंध से जुड़ी संगोष्ठियां आयोजित की, जिससे दोनों देशों की जनता के बीच दोस्ती व समझ बढ़ी है।
(दिनेश)