Web  hindi.cri.cn
जवाहिरी अक कायदा के नए नेता बने
2011-06-17 15:47:01


अल कायदा ने 16 जून को अपने एक वक्तव्य में कहा कि ओसामा बिन लादेन की मौत के बाद इस संगठन ने आईमान अल-जवाहिरी को अपने नए नेता नियुक्त किए है। विश्लेषकों ने माना कि हालांकि जवाहिरी बिन लादेन के बाद अल कायदा के नम्बर दो के सरगना हैं, लेकिन अल कायदा का नेतृत्व अपने हाथ में ले लेने के बाद उसे अनेक अन्दरूनी समस्याओं का सामना करना पड़ेगा।

अल कायदा ने 16 तारीख को अपनी एक वेबसाइट पर एक वक्तव्य जारी कर कहा कि अल कायदा के नेतृत्व निकाय में सलाह विशमरे के बाद जवाहिरी को संगठन का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी सौंपी गयी है, लेकिन अल कायदा के वक्तव्य में जवाहिरी को संगठन के नेता चुनने का खुलासा नहीं दिया गया।

आईमान. जवाहिरी लम्बे अरसे से अल कायदा के नम्बर दो के नेता रहे थे, वो बिन लादेन के प्रमुख सहायक थे। जवाहिरी का जन्म मिश्र के एक संपन्न परिवार में हुआ था और वो कभी एक डाक्टर भी रहे थे। वर्ष 1993 में उसने मिश्र इस्लामिक जिहाद की स्थापना की, जिस का लक्ष्य मिश्र की मुबारक सरकार को पलट देना था। पिछली शताब्दी के 80 वाले दशक में अफगानिस्तान में पूर्व सोवियत संघ के अतिक्रमण का मुकाबला करने वाले छापेमार दस्तों का समर्थन करने के दौरान जवाहिरी की बिन लादेन से पैशावर में मुलाकात हुई, तभी वे दोनों घनिष्ठ मित्र बने। वर्ष 1998 में दोनों ने अफगानिस्तान में विश्व यहूदी व क्रूसेडर विरोधी इस्लामिक मोर्चा का गठन किया, इस तरह दोनों ने अल कायदा संगठन के नेटवर्क कायम किये। बिन लादेन के नजदीकी व विश्वसनीय पात्र के रूप में जवाहिरी अल कायदा के प्रमुख रणनीतिज्ञ रहे और अल कायदा के अधिकांश आतंकी हमलों की साजिशें उसी के हाथों रची गयीं। वर्ष 2001 में अल कायदा ने पूरे विश्व को अचंभे में डाल देने वाली 11 सितम्बर घटना रची। गिरफ्तार किए गए अल कायदा सदस्यों के बयान के मुताबिक जवाहिरी वे पहले व्यक्ति थे, जिस ने हवाई जहाज से हमले के निशानों को तबाह करने की कल्पना की थी, जाहिर है कि जेहाद के अनुभव तथा रणनीतिक स्तर दोनों की दृष्टि से जवाहिरी की दक्षमता बिन लादेन से ऊंची निकली है।

लोकमतों का कहना था कि जवाहिरी बिन लादेन की परछाई की भांति हमेशा उसी के साथ रहता था। ठीक ही जवाहिरी ने बिन लादेन के दिमाग में अमेरिका से घोर नफरत रखने का विचार उड़ेल दिया था, जवाहिरी ही अल कायदा की आत्मा है। अमेरिका के जोर्जटाउन युनिवर्सिटी के आतंक विरोधी विशेषज्ञ ब्रुस होफमान ने जवाहिरी पर टीका-टिप्पणी करते हुए कहा कि वो बिन लादेन के आध्यात्मिक शिक्षक थे और बिन लादेन उस पर हमेशा भरोसा रखते थे। इस के अलावा यह समीक्षा भी सुनने को मिली है कि जवाहिरी की रहनुमाई में मिश्री जेहाद संगठन अब अल कायदा की मुख्य शक्ति बन चुका है, संगठन के सभी सदस्य जवाहिरी के प्रति वफादार हैं। परिणामस्वरूप जवाहिरी वास्तव में अल कायदा पर नियंत्रण रखने वाला असली सरगना बन गया है। फिर भी अल कायदा में जवाहिरी का प्रभाव बिन लादेन से अधिक नहीं माना जाता है, उस के लिए बिन लादेन की जगह अल कायदा में नेतृत्व का अधिकार अख्तियार करना मुश्किल होगा।

विश्लेषकों का कहना है कि जवाहिरी के अल कायदा के अव्वल सरगना बनने के बाद उस के सामने बहुत सी समस्याएं मुंह बाए खड़ी हैं। अनुमान है कि अल कायदा की शाखाएं दुनिया के 60 से अधिक देशों व क्षेत्रों में फैली हैं, उन के सदस्यों की कुल संख्या कोई बीस हजार है। इन उग्रवादियों के दिल में बिन लादेन उन का आध्यात्मिक भरोसा है, उन की नजर में जवाहिरी को जेहाद के प्रचुर अनुभव प्राप्त हुए तो सही, लेकिन अल कायदा के लिए वो सिर्फ एक सामरिक सलाहकार का काम आते है।

इधर के सालों में अल कायदा का संगठन दिनोंदिन विकेन्द्रित होता जा रहा है, संगठन की मुख्य शाखाएं, जैसा कि इराकी जेहाद अल कायदा, जेमाह इस्लामियाह, अरब प्रायद्वीप की अल कायदा शाखा तथा अल कायदा की मोमानियाई शाखा आदि अब अल कायदा के केन्द्र से दूर चली जा रही हैं और अपना अपना राग अलापने लगी हैं। बिन लादेन की मृत्यु के बाद उन का विकेन्द्रीयकरण जरूर और बढ़ता जाएगा। इस माह की 8तारीख को जवाहिरी ने टीवी पर बोलते हुए पश्चिम के खिलाफ जिहाद अंतिम दम तक लड़ने की सौगंध खायी। किन्तु यदि जवाहिरी अल कायदा की विभिन्न शाखाओं को एकता के सूत्र में बांध देने में कामयाब नहीं हो पाये, तो अल कायदा में उस के नेता की अधिकारिकता भी मुश्किल से कायम हो सकती।

संदर्भ आलेख
आप की राय लिखें
सूचनापट्ट
• वेबसाइट का नया संस्करण आएगा
• ऑनलाइन खेल :रेलगाड़ी से ल्हासा तक यात्रा
• दस सर्वश्रेष्ठ श्रोता क्लबों का चयन
विस्तृत>>
श्रोता क्लब
• विशेष पुरस्कार विजेता की चीन यात्रा (दूसरा भाग)
विस्तृत>>
मत सर्वेक्षण
निम्न लिखित भारतीय नृत्यों में से आप को कौन कौन सा पसंद है?
कत्थक
मणिपुरी
भरत नाट्यम
ओड़िसी
लोक नृत्य
बॉलिवूड डांस


  
Stop Play
© China Radio International.CRI. All Rights Reserved.
16A Shijingshan Road, Beijing, China. 100040