वर्ष 2015 में तिब्बत में"मुफ्त भोजन, मुफ्त आवास और मुफ्त स्कूल फीस" यानी" तीन मुफ्त"वाली शिक्षा नीति के मापदंड को उन्नत किया जाएगा, जिसके तहत वर्तमान के दो हज़ार य्वान से बढ़कर तीन हज़ार य्वान तक पहुंच जाएगा, ताकि हर बच्चा पढ़ने के लिए स्कूल जा सके। तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के अध्यक्ष पाइमा छिलिन ने 19 मई को यह जानकारी दी।
गौरतलब है कि तीन मुफ्त वाली शिक्षा नीति चीन की केंद्र सरकार द्वारा तिब्बत में शिक्षा के विकास के लिए अपनाई गई एक विशेष उदार नीति है, जो वर्ष 1985 में शुरू हुई। पहले यह नीति स्वायत्त प्रदेश के कृषि व पशुपालन क्षेत्र के मिडिल व प्राइमरी स्कूलों में लागू की गई। किसानों व चरवाहों के बच्चों को स्कूल जाने में मुफ्त भोजन, मुफ्त आवास और मुफ्त स्कूल फ़ीस मिलती है। पाईमा छिलिन ने जानकारी देते हुए कहा कि वर्तमान में तिब्बती शहरों, कस्बों, कृषि व पशुपालन क्षेत्रों के विद्यार्थी किंडरगार्टन से हाई स्कूल तक तीन मुफ्त नीति का लाभ उठा सकते हैं। अब तीन मुफ्त नीति का मापदंड पहले के 1800 य्वान से बढ़ाकर दो हज़ार युआन कर दिया गया है, वर्ष 2015 में इसमें और इजाफा कर तीन हज़ार युआन किया जाएगा।
ध्यान रहे, वर्तमान में तिब्बत में प्राइमरी स्कूलों में बच्चों की दाखिला दर 99 प्रतिशत से अधिक है और युवा लोगों की निरक्षरता दर 1.2 प्रतिशत तक पहुंच गई है।
(श्याओ थांग)