ओसामा बिन लादेन की मौत के बाद भी पाकिस्तान की सुरक्षा स्थिति में पूरी तरह परिवर्तन नहीं आया है। चीन में पाकिस्तानी राजदूत मसूद खान ने सोमवार को समाचार एजेंसी शिंहुआ के साथ साक्षात्कार में यह बात कही।
खान ने कहा कि ओसामा की मौत के बाद पाकिस्तान में कोई अभूतपूर्व बदलाव नहीं आया है, और अल कायदा का खतरा अब भी बरकरार है। इन चुनौतियों से निपटने के लिए पाकिस्तान पूरी कोशिश में लगा है।
उन्होंने कहा कि ओसामा की मौत के बाद अन्तराष्ट्रीय समुदाय को आतंकवादी ताकतों को खत्म करने के लिए और मजबूती से एकजुट होने की जरूरत है। यह कार्रवाई एक विश्वास भरे माहौल में होनी चाहिए।
उनका यह इंटरव्यू अलकायदा सरगना ओसामा बिन लादेन को अमेरिकी सेना द्वारा मार गिराए जाने के एक सप्ताह बाद आया है।
उन्होंने कहा कि अमेरिका की कार्रवाई पूरी तरह से एकतरफा थी और अवैध थी, जो कि पाकिस्तान की प्रभुसत्ता व प्रादेशिक अखंडता का पूरी तरह उल्लंघन है।
अमेरिका ने पाकिस्तान को सूचित किए उक्त ऑपरेशन को अंजाम दिया, हमने इस संबंध में अमेरिकी सरकार के सम्मुख अपनी चिंताएं जाहिर की हैं। हमने कहा कि सभी परिस्थितयों में पाकिस्तान की स्वतंत्रता, प्रभुसत्ता व प्रादेशिक अखंडता का सम्मान किया जाना चाहिए।
अनिल