भारतीय नौसेना और तट रक्षक ने चीनी नाविकों को बचाया। इसलिए भारत स्थित चीनी दूतावास ने 6 मई को भारत को धन्यवाद दिया और उम्मीद जताई कि दोनों देश समुद्री सुरक्षा क्षेत्र में ज़्यादा सहयोग करेंगे।
सीआरआई के संवाददाता को चीनी दूतावास से सूचना मिली है कि 5 मई को सोमाली समुद्री डाकुओं ने अरब सागर में एक पनामा व्यापार जहाज़"फुलसिटी"का अपहरण करने की कोशिश की। जहाज़ पर 24 चीनी नाविक सवार थे। भारतीय नौसेना और तट रक्षक समेत अंतरराष्ट्रीय बचाव दल ने खबर मिलते ही घटनास्थल पर पहुंच गए। सैन्य दबाव में समुद्री डाकुओं ने अपहरण कार्यवाई छोड़ दी। सारे चीनी नाविक बचा लिए गए। बताया गया है कि यह जहाज़ सुरक्षित माहौल में निश्चित रास्ते पर चल रहा है।
रिपोर्ट के मुताबिक कुल 7 सोमाली समुद्री डाकुओं ने मुंबई तट से 450 समुद्री मील दूर सागर में इस जहाज़ पर हमला किया। वे जहाज़ पर भी चढ गए। इस हालात में नाविक सुरक्षित कैबिन में छिप गए। भारतीय नौसेना ने एसओएस सिग्नल मिलने के बाद विमान भेजा। अन्य देशों के जहाज़ वहां पहुंचने से पहले इस विमान ने व्यापार जहाज़ के ऊपर चार घंटों तक चक्कर लगाया और समुद्री डाकुओं को भगाने में अहम भूमिका निभाई।
(दिनेश)