फ्रांस की यात्रा कर रहे पाकिस्तानी प्रधान मंत्री गिलानी और फ्रांस के प्रधान मंत्री फिलोन ने 5 मई को द्विपक्षीय आतंक विरोधी सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर किए।
समझौते के अनुसार भविष्य में दोनों पक्ष सूचना का आदान-प्रदान करने, संबंधित विभागों के बीच आवाजाही और सैन्य साजोसामान की मदद देने के जरिए आतंक विरोधी सहयोग को मजबूत करेंगे।
गिलानी ने फ्रांस के द वर्ल्ड को दिए अपने साक्षात्कार में कहा कि आतंकवाद पर रोक लगाना पाकिस्तान के हितों से मेल खाता है। पाकिस्तान ने अमेरिका को अल कायदा से संबंधित अनेक सूचनाएं दी हैं, और पाकिस्तान के समर्थन के बिना अमेरिका बिन लादेन को नहीं मार सकता था। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान के आतंक विरोधी क्षेत्र में विश्व के समर्थन की मांग भी की जा रही है।(देव)