अल कायदा के सरगना ओसामा बिन लादेन के मारे गए की घटना का मूल्यांकन करने के लिये पाकिस्तानी सेना ने 5 मई को एक बैठक आयोजित की। बैठक में पाकिस्तानी सेना ने माना कि इस से संबंधित पर्याप्त सूचनाएं उपलब्ध नहीं हैं। साथ ही पाकिस्तान में अमेरिकी सेना की संख्या कम करने का फ़ैसला भी किया गया है।
अमेरिका द्वारा 2 मई को विशेष बल भेजकर पाकिस्तान में हमला करने के बारे में पाकिस्तानी सेना ने अपने बयान में कहा कि पाकिस्तान की प्रभुता पर आक्रमण करने वाली कोई भी कार्रवाई पाकिस्तान को अमेरिका के साथ सैन्य और सूचना आदि क्षेत्रों में सहयोग का पुनः मूल्यांकन करने को विवश कर सकती है।
बयान में यह भी कहा गया है कि एफ़ बी आई ने पाकिस्तानी आईएसआई द्वारा प्रदान की गई सूचनाओं के आधार पर बिन लादेन के ठिकाने की जानकारी हासिल की। लेकिन आगे की कार्रवाई की सूचना अमेरिका ने पाकिस्तान के साथ साझा नहीं की। यह दोनों देशों के खुफ़िया विभागों के बीच सहयोग संबंध का उल्लंघन हुआ है। इस लिये पाकिस्तानी सेना इसके बारे में जांच कर रही है।
(रमेश)